सार
नई दिल्ली। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली पार्टी जदयू (जनता दल (यूनाइटेड)) ने स्पष्ट किया है कि वह मणिपुर में भाजपा सरकार का समर्थन करती रहेगी। सीएम एन बीरेन सिंह की सरकार को जदयू के एकमात्र विधायक का समर्थन मिलता रहेगा।
समर्थन वापस लेने के दावों को पार्टी नेतृत्व ने "निराधार" बताया है। इसके साथ ही मणिपुर इकाई के अध्यक्ष क्षेत्रीमयूम बीरेन सिंह को बर्खास्त कर दिया है। उन्होंने केंद्रीय नेतृत्व से बात किए बिना समर्थन वापस लेने वाला पत्र लिखा था।
राजीव रंजन प्रसाद बोले-मणिपुर में एनडीए सरकार को करते रहेंगे समर्थन
जदयू के के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि राज्य इकाई ने केंद्रीय नेतृत्व से बात किए बिना स्वतंत्र रूप से काम किया। उन्होंने कहा, "पार्टी ने इसका संज्ञान लिया है। पार्टी की मणिपुर इकाई के अध्यक्ष को उनके पद से मुक्त किया गया है। मणिपुर में एनडीए सरकार को हमारा समर्थन जारी रहेगा।"
राजीव रंजन प्रसाद ने कहा, "इसे अनुशासनहीनता मानते हुए क्षेत्रीमयूम बीरेन सिंह के खिलाफ कार्रवाई की गई है। उन्हें पद से हटा दिया गया है। हम एनडीए के साथ हैं। मणिपुर के विकास के लिए जदयू सरकार का समर्थन करती रहेगी। जदयू मणिपुर के लोगों की सेवा करना जारी रखेगी।"
बता दें कि क्षेत्रीमयूम बीरेन सिंह ने मणिपुर के राज्यपाल अजय कुमार भल्ला को पत्र लिखकर दावा किया था कि पार्टी ने भाजपा सरकार से समर्थन वापस ले लिया है। उनके विधायक मोहम्मद अब्दुल नासिर विपक्ष में बैठेंगे।
2022 में हुए मणिपुर विधानसभा चुनाव में जदयू को 6 सीटों पर जीत मिली थी। यहां विधानसभा की 60 सीटें हैं। भाजपा को 37 सीटों पर जीत मिली थी। चुनाव के बाद जदयू के 5 विधायक भाजपा में शामिल हो गए थे। जदयू बिहार और केंद्र में एनडीए गठबंधन का हिस्सा है। बिहार में विधानसभा चुनाव होने हैं। पार्टी यह चुनाव भाजपा के साथ गठबंधन में लड़ने जा रही है।