सार
माधवसिंह सोलंकी 1980 के दशक में KHAM (क्षत्रिय, हरिजन, आदिवासी, मुस्लिम) फार्मूले पर गुजरात में सत्ता में आए थे। ये KHAM थ्योरी के जनक माने जाते हैं। KHAM यानी कि क्षत्रिय, हरिजन, आदिवासी और मुस्लिम।
अहमदाबाद. गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता माधवसिंह सोलंकी का शनिवार सुबह निधन हो गया। वे चार बार गुजरात के सीएम रह चुके थे। इसके अलावा माधवसिंह सोलंकी ने पूर्व विदेश मंत्री का भी पद संभाला। वे 94 साल के थे।
श्रत्रिय, हरिजन, आदिवासी, मुस्लिमों को साथ लिया
माधवसिंह सोलंकी 1980 के दशक में KHAM (क्षत्रिय, हरिजन, आदिवासी, मुस्लिम) फार्मूले पर गुजरात में सत्ता में आए थे। ये KHAM थ्योरी के जनक माने जाते हैं। KHAM यानी कि क्षत्रिय, हरिजन, आदिवासी और मुस्लिम।
वे 1976 में गुजरात के मुख्यमंत्री बने। 1981 में माधवसिंह सोलंकी फिर से गुजरात के मुख्यमंत्री बने। उन्होंने सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षण की शुरुआत की। माधवसिंह सोलंकी ने 1985 में इस्तीफा दे दिया लेकिन बाद में 182 विधानसभा सीटों में से 149 जीतकर सत्ता में लौटे।