सार
DRDO 2025 के अंत तक हल्के लड़ाकू विमान (एलसीए) MK2 के प्रोटोटाइप का अनावरण करेगा। पहली उड़ान 2026 की पहली तिमाही में होगी। इसे 2028-29 से भारतीय वायुसेना में शामिल किया जाएगा।
Aero India 2025: रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) 2025 के अंत तक हल्के लड़ाकू विमान (LCA) MK 2 के प्रोटोटाइप का अनावरण करेगा। एशियानेट न्यूजेबल से बात करते हुए, वैमानिकी विकास एजेंसी (ADA) के महानिदेशक जितेंद्र जे जाधव ने कहा, “हम इस साल के अंत तक पहले प्रोटोटाइप का रोलआउट करेंगे। 2026 की पहली तिमाही तक पहली उड़ान भरेंगे।”
उन्होंने कहा, “LCA Mk2 बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। हमें विश्वास है कि इसका शामिल होना 2028-29 से शुरू हो जाएगा। इसमें सभी स्वदेशी सिस्टम हैं। यह भारतीय वायु सेना के लिए एक शक्तिशाली और घातक प्लेटफॉर्म होगा।”
जितेंद्र जे जाधव ने कहा कि AMCA (Advanced Medium Combat Aircraft) के 2026-27 में लॉन्च होने की उम्मीद है। AMCA और LCA Mk2 में एक तरह के एवियोनिक्स हैं। सेंसर को कुछ अपग्रेड मिल रहे हैं। AMCA के अलावा, LCA Mk2 भारतीय वायु सेना की आधुनिकीकरण योजनाओं के लिए महत्वपूर्ण है। वायुसेना को तेजी से नए विमानों की जरूरत है। इसके लड़ाकू स्क्वाड्रन कम हो रहे हैं।
MiG- 21, MiG-26 और जगुआर के बदले चाहिए नए लड़ाकू विमान
वायुसेना को MiG 21, MiG-26 और जगुआर विमानों की जगह नए फाइटर जेट की जरूरत है। पहले LCA MK2 का पहला प्रोटोटाइप 2023 में लॉन्च किया जाना था, लेकिन अब इसे 2026-27 तक के लिए टाल दिया गया है। योजना के अनुसार, LCA MK2 रूसी मूल के MiG-21 (बाइसन), MiG-26 और जगुआर लड़ाकू विमानों के बेड़े की जगह लेगा।
जगुआर लड़ाकू विमान के छह स्क्वाड्रन होंगे रिटायर
जैसा कि एशियानेट न्यूज़ेबल ने बताया था कि जगुआर लड़ाकू विमान के छह स्क्वाड्रन 2032 तक चरणबद्ध तरीके से सेवानिवृत्त हो जाएंगे। रिटायरमेंट 2025 से शुरू होगा। इसके बाद अगले दशक के अंत तक मिराज 2000 और मिग-29 बेड़े के तीन-तीन स्क्वाड्रन को चरणबद्ध तरीके से हटा दिया जाएगा। 2035 तक लगभग 15 स्क्वाड्रन सेवा से वापस कर दिए जाएंगे।
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LCA MK2 6.5 टन हथियार ले जा सकता है। इसमें 11 हार्ड पॉइंट हैं। MK 1 में 7 हार्ड पॉइंट हैं। MK1 में24,50 किलोग्राम (लीटर) आंतरिक ईंधन ले जाने की क्षमता है। MK 2 में 3320 किलोग्राम इंधन रखा जा सकता है। यह बाहरी टैंक में 4700 किलो ईंधन ले जा सकता है। विमान का रेंज 3000km तक है।