सार
फ्लैट और कार से 8 करोड़ रुपए बरामद होने के मामले में कोलकाता पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें से तीन भाई हैं। पुलिस ने उन्हें गुजरात और ओडिशा से पकड़ा।
कोलकाता। पश्चिम बंगाल पुलिस ने घर और कार से 8 करोड़ रुपए बरामद होने के मामले में चार आरोपियों को शुक्रवार को गिरफ्तार किया है। इनमें से तीन भाई और एक उनका सहयोगी है। शनिवार आधी रात (15 अक्टूबर) को पुलिस ने छापा मारा था। इस दौरान आरोपी भाग निकले थे। पुलिस ने उन्हें गुजरात और ओडिशा से पकड़ा।
गिरफ्तार हुए लोगों के नाम शैलेश पांडेय, अरविंद पांडेय और रोहित पांडेय हैं। एक उनका सहयोगी है। कोलकाता पुलिस ने दो भाइयों के हावड़ा स्थित अपार्टमेंट्स से 8 करोड़ रुपए बरामद किया था। 6 करोड़ रुपए बॉक्स बेड से और 2 करोड़ रुपए कार से मिले थे। शैलेश पांडेय और अरविंद पांडेय व्यवसायी हैं। छापेमारी शिबपुर क्षेत्र के अपकमिंग हाउसिंग कॉम्प्लेक्स में स्थित उनके फ्लैट में हुई थी। छापेमारी के दौरान दोनों के परिवार के लोग फ्लैट में नहीं थे।
ऐसे हुआ काली कमाई का खुलासा
कोलकाता पुलिस के अनुसार दो बैंकों से पुलिस को जानकारी मिली थी कि दो व्यापारियों के बैंक अकाउंट में भारी मात्रा हुई है। इसके बाद कोलकाता पुलिस ने छापेमारी की और काली कामाई का खुलासा किया। इस संबंध में हरे स्ट्रीट पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया था। कोलकाता पुलिस के जासूसी विभाग के बैंक धोखाधड़ी अनुभाग ने जांच शुरू कर दी थी।
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इस संबंध में भाजपा प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने राज्य सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि लोगों के एक छोटे वर्ग ने गलत तरीके से पैसा कमाया है। उन्होंने टीएमसी के समर्थन से बड़ी संपत्ति जुटाई है। वहीं, टीएमसी के राज्यसभा सांसद शांतनु सेन ने कहा कि पैसे की बरामदगी से पता चलता है कि पुलिस अपना काम बखूबी कर रह है।
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