सार
इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्राबोवो सुबियांतो गणतंत्र दिवस के मौके पर भारत के खास मेहमान हैं। दिल्ली पहुंचे इंडोनेशिया के राष्ट्रपति के सम्मान में शनिवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने रात्रि भोज दिया।इस दौरान इंडोनेशिया के प्रतिनिधिमंडल ने जब बॉलीवुड का चर्चित गाना ‘कुछ-कुछ होता है’ गाया तो सभी की निगाहें उन पर टिक गईं। इस सांस्कृतिक प्रस्तुति से इंडोनेशिया के प्रतिनिधिमंडल ने दोनों देशों के करीब आने का संकेत भी दिया।इस प्रस्तुति के दौरान गाने की एक लाइन- ‘तुम पास आए, यू मुस्कुराएं’ दोनों देशों के और करीब आने के प्रतीक के रूप में दिखी।
पाकिस्तान की यात्रा की रद्द
इंडोनेशिया के राष्ट्रपति भारत की इस यात्रा के बाद पाकिस्तान भी जाने वाले थे, लेकिन रिपोर्टों के मुताबिक, भारत के दबाव में उन्होंने ये यात्रा रद्द कर दी है। इंडोनेशइया दक्षिण-पूर्व एशिया का सबसे बड़ा और प्रभावशाली देश है। भारत और इंडोनेशिया के ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और आर्थिक संबंधों को और गहरा करने की दिशा में इस गणतंत्र दिवस पर इंडोनेशिया के राष्ट्रपति की यात्रा एक महत्वपूर्ण कदम है। दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी और आपसी सहयोग का यह एक प्रमुख उदाहरण है। इंडोनेशिया दक्षिण-पूर्व एशिया का सबसे बड़ा और प्रभावशाली देश है। राष्ट्रपति प्राबोवो की इस यात्रा से दोनों देशों के बीच राजनीतिक और कूटनीतिक संबंधों को एक नई दिशा मिल सकती है। यह भारत की "एक्ट ईस्ट पॉलिसी" को सशक्त बनाने में मददगार होगी।
भारत और इंडोनेशिया के बीच व्यापारिक संबंध पहले से ही मजबूत हैं। यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच व्यापारिक समझौतों पर चर्चा की संभावना है। भारत इंडोनेशिया से कोयला, पाम ऑयल और खनिज आयात करता है। वहीं, भारत से इंडोनेशिया को दवाइयां, टेक्सटाइल और आईटी सेवाएं निर्यात की जाती हैं। हिंद महासागर क्षेत्र में चीन के बढ़ते प्रभाव को ध्यान में रखते हुए, भारत और इंडोनेशिया के बीच समुद्री सुरक्षा और रक्षा सहयोग बढ़ाना आवश्यक है। यह यात्रा इस क्षेत्र में संयुक्त अभ्यास और इंटेलिजेंस साझेदारी को बढ़ाने का अवसर प्रदान कर सकती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की राष्ट्रपति से की मुलाकात
भारत और इंडोनेशिया दोनों देशों में हिंदू और बौद्ध धर्म का ऐतिहासिक प्रभाव है। इस सांस्कृतिक विरासत को ध्यान में रखते हुए, पर्यटन और सांस्कृतिक आदान-प्रदान के लिए नई योजनाओं की घोषणा की जा सकती है। गणतंत्र दिवस पर इंडोनेशिया के राष्ट्रपति को आमंत्रित करना यह दर्शाता है कि भारत अपने क्षेत्रीय और वैश्विक साझेदारों के साथ मजबूत संबंध स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है। इस यात्रा के दौरान, दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार को $50 बिलियन तक ले जाने का लक्ष्य रखा जा सकता है। भारत और इंडोनेशिया के रिश्ते और मजबूत होने से दक्षिण चीन सागर और हिंद महासागर में संयुक्त गश्ती और रणनीतिक साझेदारी को बढ़ावा मिलेगा। शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के हैदराबाद हाऊस में राष्ट्रपति प्रोबावो से मुलाकात की और दोनों देशों के संबंधों पर चर्चा की।
भारत ने जब पहली बार गणतंत्र दिवस मनाया था तब भी इंडोनेशिया को ही चीफ गेस्ट बनाया गया था। 26 जनवरी की परेड के दौरान इंडोनेशिया के 190 सदस्यों के सेना बैंड ने भी प्रस्तुति दी।