सार

भारत में वीजा कार्रवाई के बाद 3 पाकिस्तानी महिलाओं की जिंदगियां अधर में लटक गई हैं। यूपी, ओडिशा और पंजाब से सामने आई दिल दहला देने वाली कहानियां पढ़ें।

Pakistani Nationals Visa Issue India: भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव ने आम लोगों की जिंदगी को भी गहरे संकट में डाल दिया है। हाल ही में भारत सरकार द्वारा पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा निलंबन और निर्वासन आदेश के बाद कई पाक नागरिकों की कहानियां सामने आ रही हैं। इनमें तीन राज्यों की तीन महिलाओं की दर्दनाक कहानियां बेहद भावुक कर देने वाली हैं।

पहलगाम हमले के बाद भारत की सख्त कार्रवाई (Pahalgam Attack)

पहलगाम आतंकी हमले के बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (CCS) की बैठक में पाकिस्तान के खिलाफ निर्णायक कदम उठाए गए। इस फैसले के तहत भारत में रह रहे सभी पाकिस्तानी नागरिकों को तत्काल देश छोड़ने का आदेश दिया गया, जिससे कई निर्दोष लोग भी प्रभावित हुए हैं।

वाघा बॉर्डर पर टूटी मां की ममता: मेरठ की सना की दर्दनाक कहानी

उत्तर प्रदेश के मेरठ की रहने वाली सना, भारतीय पासपोर्ट धारक हैं। वह अपने दो बच्चों के साथ 45 दिन के वीजा पर भारत आई थीं। जब वीजा समाप्त हुआ, तो उन्हें अटारी बॉर्डर से पाकिस्तान भेजा जाना था। लेकिन चौंकाने वाली स्थिति तब बनी जब अधिकारियों ने बताया कि सना भारत की नागरिक हैं, इसलिए वह पाकिस्तान नहीं जा सकतीं, जबकि उनके बच्चे पाकिस्तानी नागरिक होने के कारण जा सकते हैं। इस दिल दहला देने वाले पल में सना ने अपने बच्चों को अकेले भेजने से मना कर दिया और मीडिया से कहा: “मेरे बच्चे अपने पिता से मिलने के लिए तड़प रहे थे, लेकिन मैं उन्हें खुद से जुदा नहीं कर सकती।” अब सना ने अपने मामले को लेकर मेरठ पुलिस से मदद की गुहार लगाई है और अपने बच्चों के भविष्य के लिए संघर्ष कर रही हैं।

गोलियां मार दो, लेकिन पाकिस्तान मत भेजो: ओडिशा में बसी रेजिया सुल्ताना

ओडिशा के बालासोर जिले के सोरो कस्बे में रहने वाली 72 वर्षीय रेजिया सुल्ताना का मामला दिल को छू लेने वाला है। रेजिया महज चार साल की उम्र में भारत आई थीं और तब से यहीं की होकर रह गईं। अब सरकार के आदेश के बाद उन्हें भी भारत छोड़ने के लिए कहा गया है, जबकि वह गंभीर किडनी बीमारी से जूझ रही हैं और 10 मई को उनका महत्वपूर्ण इलाज भुवनेश्वर में तय है। भावुक रेजिया ने कहा: "अगर हमने कुछ गलत किया है तो गोली मार दो, लेकिन हमें पाकिस्तान न भेजो।" रेजिया के परिवार ने सरकार से फैसले पर पुनर्विचार करने और उन्हें यहीं रहने देने की अपील की है। रेजिया के पिता मूलतः बिहार के निवासी थे, जो विभाजन के बाद पाकिस्तान चले गए थे, लेकिन बाद में परिवार के साथ भारत लौट आए थे।

पंजाब में अचानक गायब हुई पाकिस्तानी गर्भवती महिला मारिया बीबी

पंजाब के गुरदासपुर से एक और चौंकाने वाली खबर सामने आई है। पाकिस्तानी नागरिक मारिया बीबी, जो छह महीने की गर्भवती है, अपने भारतीय पति सोनू मसीह के साथ अचानक लापता हो गई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, दोनों को अंतिम बार गुरदासपुर के सिविल अस्पताल में देखा गया था। मारिया ने दावा किया था कि उसका दीर्घकालिक वीजा (LTV) प्रक्रियाधीन है, लेकिन अधिकारियों ने वीजा समाप्ति के चलते उसे भारत छोड़ने का निर्देश दिया था। इसके बाद से दोनों का कोई अता-पता नहीं है। मारिया और सोनू की प्रेम कहानी और उनकी गर्भावस्था ने इस केस को और ज्यादा संवेदनशील बना दिया है। स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता मकबूल अहमद ने भी दंपति के लापता होने की पुष्टि की है।

भारत-पाक तनाव के बीच आम जिंदगियां दांव पर

भारत के राष्ट्रीय हितों और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए वीजा नीति में सख्ती करना जरूरी था, लेकिन इसकी चपेट में कई मासूम लोग भी आ गए हैं। सना, रेजिया और मारिया जैसी महिलाओं की कहानियां इस बात का प्रमाण हैं कि जमीनी हकीकत कितनी जटिल और दर्दनाक हो सकती है। सरकार से अब इन मामलों में मानवीय आधार पर सहानुभूतिपूर्ण निर्णय की उम्मीद की जा रही है।