सार

भारतीय खगोलशास्त्री दोर्जे अंगचुक ने लद्दाख से धरती के घूमने का अद्भुत वीडियो बनाया है। इस वीडियो में दिन और रात का बदलाव साफ़ दिख रहा है, जो धरती की गति को दर्शाता है।

लद्दाख . धरती घूमती है. स्कूल के दिनों से ही ये बात कई लोगों के लिए हमेशा कौतूहल का विषय रही है. अब आपके इस कौतूहल को शांत करने के लिए भारत के खगोलशास्त्री दोर्जे अंगचुक ने लद्दाख में एक अद्भुत वीडियो बनाया है. ये वीडियो अंतरिक्ष से लिया गया है. इस वीडियो में साफ दिख रहा है कि धरती अपनी धुरी पर कैसे घूमती है. ये अद्भुत वीडियो खूब धूम मचा रहा है. छात्रों से लेकर वैज्ञानिकों तक, सभी इसकी तारीफ कर रहे हैं.

इस वीडियो में आप धरती को 24 घंटे घूमते हुए देख सकते हैं. सुबह, दोपहर और रात, धरती लगातार घूमती रहती है. इस बदलाव, इस घुमाव को आप देख सकते हैं. इस अद्भुत वीडियो को खगोलशास्त्री दोर्जे अंगचुक ने एक्स पर शेयर किया है. एक ही मोशन में धरती कैसे घूमती है, ये कैप्चर किया गया है. तारे स्थिर रहते हैं, लेकिन धरती घूमती रहती है. 24 घंटे की धरती की परिक्रमा को कैप्चर किया गया है. दिन और रात इस वीडियो में साफ दिखाई देते हैं, ऐसा दोर्जे ने बताया है. 

 

ये धरती की गति का एक साधारण सा वीडियो है. धैर्य की परीक्षा लेने वाले इस रिसर्च को, अंतरिक्ष के रहस्यों से भरे ओरियन फ्रेम के लिए प्लान किया गया था. लेकिन लद्दाख का इलाका, अक्षांशों की ऊंचाई, कड़ाके की ठंड, बैटरी का जल्दी खत्म होना जैसी चुनौतियों के बारे में दोर्जे ने बताया. इसलिए कुछ सीमाएं हमें आगे रिसर्च करने से रोकती हैं, ऐसा उन्होंने कहा.

धरती के घूमने का वीडियो बनाने के लिए भारतीय खगोलशास्त्री ने चार दिन की तैयारी की. चार दिन तक वो उस जगह पर रहे और धरती की गति का अध्ययन किया. इस दौरान उन्हें कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा. कैमरा स्टोरेज, बैटरी फेल होना, तकनीकी समस्याएं, रिकॉर्डिंग की समस्या जैसी कई चुनौतियां आईं. लेकिन इन चुनौतियों ने नए अध्ययन का रास्ता भी खोला है, ऐसा उन्होंने कहा. 

 

 

हिमावरी उपग्रह ने भी कैप्चर किया था धरती का घूमना
हिमावरी-8 उपग्रह ने कुछ साल पहले ऐसा ही वीडियो कैप्चर किया था. लेकिन वो 36,000 किलोमीटर ऊंचे अंतरिक्ष केंद्र से लिया गया था. लेकिन भारत के खगोलशास्त्री द्वारा लिया गया वीडियो धरती के घूमने को आसानी से समझाता है. इतना ही नहीं, ये कई लोगों के कन्फ्यूजन भी दूर करता है. हिमावरी-8 उपग्रह द्वारा कैप्चर किए गए नए टाइम-लैप्स वीडियो में, धरती के रोजाना घूमने का अद्भुत नजारा दिखाया गया है. 36,000 किलोमीटर की ऊंचाई से लिए गए इस वीडियो में, सूरज की रोशनी और अंधेरे के बीच के बदलाव को साफ दिखाया गया है.

 अंतरिक्ष के रहस्यों के बारे में इंसान की जिज्ञासा, हमारे ज्ञान की खोज के लिए हमेशा से प्रेरणा रही है. यूएफओ को ढूंढना हो या दूर से धरती को देखना, हमारे ग्रह की गतिविधि के बारे में हमेशा एक कौतूहल रहा है. अंतरिक्ष विज्ञान में हुई नई खोजों ने इस कौतूहल को और बढ़ा दिया है. ये अद्भुत नजारा न सिर्फ धरती की प्राकृतिक खूबसूरती को दिखाता है, बल्कि उपग्रह की आधुनिक तकनीक को भी दर्शाता है. ये वीडियो दुनिया भर के लोगों को आकर्षित कर रहा है और हमें हमारे ग्रह की खूबसूरती और जटिलता की याद दिलाता है. "हिमावरी-8 उपग्रह से 36,000 किलोमीटर से दिखने वाली धरती पर एक दिन बिताना. (पूरी स्क्रीन पर देखें)" ऐसा शीर्षक कहता है.