इंडियन आर्मी को जल्द अमेरिकी अपाचे अटैक हेलीकॉप्टर मिलने वाले हैं। इसे पाकिस्तान से लगी सीमा पर तैनात किया जाएगा। पश्चिमी सीमा पर भारत की ताकत बढ़ेगी।

Apache Attack Helicopters: ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) के बाद इंडियन आर्मी का ध्यान पाकिस्तान से लगी पश्चिमी सीमा पर युद्ध की तैयारी बढ़ाने पर है। इसके लिए ताकतवर हथियारों को सीमा के पास तैनात किया जा रहा है। इसी क्रम में लंबे इंतजार के बाद सेना को अपाचे हेलीकॉप्टर मिलने जा रहे हैं।

क्या है अपाचे हेलीकॉप्टर?

Apache AH-64E अमेरिकी अटैक हेलीकॉप्टर है। इसका काम दुश्मन पर भीषण हवाई हमला करना है। अमेरिकी सेनाओं ने इसका इस्तेमाल कई लड़ाइयों में किया है। आतंक के अड्डों को तबाह करना हो या पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों पर अटैक, यह हर तरह के काम कर सकता है। लड़ाई के दौरान इसका मुख्य रूप से इस्तेमाल दुश्मन के टैंकों और दूसरे बख्तरबंद वाहनों को खत्म करने में होता है। यह जमीन पर भीषण बमबारी कर सकता है।

भारतीय सेना को जल्द मिलेंगे अपाचे हेलीकॉप्टर

भारतीय सेना को अपाचे हेलीकॉप्टर के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा है, लेकिन सुखद बात यह है कि अब यह इंतजार खत्म होता दिख रहा है। India Today की रिपोर्ट के अनुसार 15 महीने से अधिक की देरी के बाद, पश्चिमी सीमा पर तैनात किए जाने वाले अपाचे अटैक हेलीकॉप्टरों की डिलीवरी जल्द ही शुरू होने की संभावना है। आर्मी एविएशन कॉर्प्स ने मार्च 2024 में जोधपुर में अपना पहला अपाचे स्क्वाड्रन बनाया था, लेकिन इसके गठन के लगभग 15 महीने बाद भी स्क्वाड्रन के पास अटैक हेलीकॉप्टर नहीं हैं।

अपाचे हेलीकॉप्टर के लिए अमेरिका के साथ हुई थी 600 मिलियन डॉलर की डील

भारत ने अपाचे AH-64E अटैक हेलीकॉप्टर के लिए 2020 में अमेरिका के साथ 600 मिलियन डॉलर (5138 करोड़ रुपए) की डील की थी। वादा किया गया था कि इंडियन आर्मी को मई-जून 2024 तक छह अपाचे हेलीकॉप्टर की डिलीवरी हो जाएगी। सप्लाई चेन में बाधा आने के चलते समयसीमा को दिसंबर 2024 तक बढ़ा दिया गया था। अब उम्मीद है कि इन हेलीकॉप्टरों का पहला बैच इस महीने तक भारतीय सेना की एविएशन कोर को सौंपा जा सकता है।

छह अपाचे हेलीकॉप्टर के लिए अमेरिका के साथ हुई थी डील

अमेरिका के साथ छह अपाचे हेलीकॉप्टर के लिए डील हुई थी। मूल रूप से तीन-तीन के बैच में छह हेलीकॉप्टर आने की योजना थी। पहला बैच 2024 में मई और जून के बीच आने की उम्मीद थी। अब तीन हेलीकॉप्टरों का पहला बैच आने वाले हफ्तों में भारत को मिलने की संभावना है। बाकी तीन हेलीकॉप्टरों का दूसरा बैच इस साल के अंत में भारत पहुंचेगा।

भारतीय सेना के किस काम आएंगे अपाचे हेलीकॉप्टर?

इंडियन आर्मी अपाचे AH-64E अटैक हेलीकॉप्टर को पाकिस्तान से लगी सीमा पर तैनात करेगी। इसे दुनिया के सबसे ताकतवर अटैक हेलीकॉप्टरों में गिना जाता है। ये एडवांस हेलीकॉप्टर अपनी फुर्ती, मारक क्षमता और एडवांस टारगेटिंग सिस्टम के लिए जाने जाते हैं। इंडियन एयर फोर्स के पास पहले से 22 अपाचे हेलीकॉप्टर हैं। इसके लिए 2015 में सौदा हुआ था।

अपाचे हेलीकॉप्टर से क्यों टेंशन में है पाकिस्तान?

इंडियन आर्मी को जल्द ही अपाचे हेलीकॉप्टर मिलने और इसे सीमा के पास तैनात किए जाने से पाकिस्तान टेंशन में है। वजह इस हेलीकॉप्टर की मारक क्षमता है। पाकिस्तान के पास इसके टक्कर का कोई अटैक हेलीकॉप्टर नहीं है। अपाचे के पास 30mm का ऑटोमैटिक गन है। यह एक मिनट में 625 गोले दागता है। हेलीकॉप्टर में 1,200 राउंड गोला-बारूद रखने की क्षमता है।

अपाचे हेलफायर एयर-टू-सरफेस मिसाइल से लैस है। इसका रेंज 8-12km है। इसका इस्तेमाल टैंक जैसे बख्तरबंद वाहनों को खत्म करने में होता है। अपाचे को हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलों (स्टिंगर, एआईएम-9 साइडवाइंडर, मिस्ट्रल और साइडआर्म) और एडवांस्ड प्रिसिशन किल वेपन सिस्टम (APKWS) से लैस किया जा सकता है।