पाकिस्तान के साथ तनाव के बीच, भारतीय सेना युद्ध के लिए कड़ी तैयारी कर रही है। देशभर में कई जगहों पर नए हथियारों और तकनीकों का परीक्षण किया जा रहा है, जिसमें ड्रोन और एयर डिफेंस सिस्टम शामिल हैं।

Indian Army: पाकिस्तान के साथ चल रहे तनाव के बीच भारतीय सेना जंग के लिए पूरी तरह तैयार है। इस समय सेना द्वारा पोखरण फील्ड फायरिंग रेंज, बबीना फील्ड फायरिंग रेंज और जोशीमठ सहित भारत भर में कई प्रमुख स्थानों पर अपनी क्षमता को परखा जा रहा है।

TOI की रिपोर्ट के अनुसार आगरा और गोपालपुर में अलग-अलग एयर डिफेंस प्रदर्शन किए जाने हैं। ये टेस्ट एकीकृत इलेक्ट्रॉनिक युद्ध (EW) वातावरण के साथ एडवांस एयर डिफेंस सिस्टम्स के प्रदर्शन की जांच करने के लिए किए जा रहे हैं।

इस सप्ताह की शुरुआत में थल सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने बबीना फील्ड फायरिंग रेंज का दौरा किया था। उन्होंने सेना द्वारा किए जा रहे टेस्ट की समीक्षा की और रक्षा उद्योग भागीदारों व सेना अधिकारियों सहित सभी हितधारकों के साथ चर्चा की।

ये प्रदर्शन भारतीय सेना के “परिवर्तन के दशक” के लिए बड़े रोडमैप का हिस्सा हैं। इसका उद्देश्य अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी, खासकर आत्मनिर्भर भारत पहल के तहत विकसित टेक्नोलॉजी को सेवा में शामिल करने में तेजी लाना है।

इंडियन आर्मी इन हथियारों और सिस्टम का कर रही टेस्ट

  • UAS (Unmanned Aerial Systems): इसमें ऐसे विमान और ड्रोन आते हैं, जिन्हें उड़ान के लिए इंसान की जरूरत नहीं होती।
  • UAV लॉन्च प्रिसिजन गाइडेड म्यूनिशन (ULPGM): ड्रोन से गिराए जाने वाले बम और मिसाइल।
  • रनवे इंडिपेंडेंट (RWI) रिमोटली पायलटेड एरियल सिस्टम (RPAS): ऐसे ड्रोन जिन्हें उड़ाने के लिए रनवे की जरूरत नहीं होती।
  • काउंटर-यूएएस सॉल्यूशन: ड्रोन नष्ट करने वाले हथियार।
  • लोइटरिंग म्यूनिशन: ऐसे ड्रोन जो टारगेट से टकराकर खुद को नष्ट करते हैं। इन्हें सुसाइड ड्रोन भी कहते हैं।
  • स्पेशलाइज्ड वर्टिकल लॉन्च (SVL) ड्रोन: ऐसे ड्रोन जो सीधे आसमान की ओर उड़ान भरते हैं।
  • प्रिसिजन मल्टी म्यूनिशन डिलीवरी सिस्टम: कई तरह के सटीक बम को हवा से जमीन पर गिराने वाला सिस्टम।
  • IDDIS (Integrated Drone Detection and Interdiction System): ड्रोन का पता लगाने और उसे हवा में नष्ट करने वाला सिस्टम।
  • लो लेवल लाइट वेट रडार: कम ऊंचाई पर उड़ रहे ड्रोन और दूसरे हवाई टारगेट का पता लगाने वाला रडार।
  • VSHORADS (नेक्स्ट जेनरेशन) इन्फ्रारेड सिस्टम: बहुत कम रेंज पर मार करने वाला एयर डिफेंस सिस्टम।
  • इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर (EW) प्लेटफॉर्म

सेना क्यों चला रही यह अभियान

पिछले दिनों पाकिस्तान के साथ हुए सैन्य संघर्ष के दौरान इस बात की झलक मिली है कि आने वाले समय में लड़ाइयां कैसे लड़ी जाएंगी। ड्रोन से हमला करना और हमलावर ड्रोन को नष्ट करना बेहद महत्वपूर्ण हो गया है। लड़ाई में हमलावर ड्रोन का इस्तेमाल बढ़ गया है। इसे देखते हुए भारतीय सेना अपनी तैयारियों को परख रही है। ड्रोन को हवा में नष्ट करने वाले अत्याधुनिक हथियारों की क्षमता परख रही है। इसके साथ ही हमला करने के लिए ड्रोन और हवा से जमीन पर मार करने वाले बमों व मिसाइलों को भी टेस्ट कर रही है। यह तैयारी आने वाले समय में जंग की स्थिति में काम आएगी।