सार
पूर्वी लद्दाख सीमा पर भारत और चीन के सैनिकों के बीच झपड़ में भारत के कर्नल रैंक के अधिकारी सहित तीन जवान शहीद हो गए। इस घटना पर विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट कर दिया है कि चीन ने ऐसा क्यों किया? विदेश मंत्रालय ने बताया कि जहां एक तरफ बातचीत के जरिए विवाद सुलझाने की कोशिश हो रही है, वहां चीन ने ऐसी धोखेबाजी क्यों की?
नई दिल्ली. पूर्वी लद्दाख सीमा पर भारत और चीन के सैनिकों के बीच झपड़ में भारत के कर्नल रैंक के अधिकारी सहित तीन जवान शहीद हो गए। इस घटना पर विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट कर दिया है कि चीन ने ऐसा क्यों किया? विदेश मंत्रालय ने बताया कि जहां एक तरफ बातचीत के जरिए विवाद सुलझाने की कोशिश हो रही है, वहां चीन ने ऐसी धोखेबाजी क्यों की? मंत्रालय ने साफ-साफ शब्दों में कह दिया कि 15 जून को देर शाम और रात को चीन की सेना ने वहां यथास्थिति बदलने की कोशिश की। यथास्थिति से मतलब है कि चीन ने एलएसी बदलने की कोशिश की। भारतीय सैनिकों ने रोका और इसी बीच झड़प हुई।
6 जून को दोनों देशों के सीनियर कमांडरों के बीच हुई थी सार्थक बातचीत
विदेश मंत्रालय ने प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने बताया, 6 जून को दोनों देशों के सीनियर कमांडरों के बीच सार्थक बातचीत हुई थी। बातचीत में सीमा विवाद को कम करने की प्रक्रिया पर सहमति बनी। लेकिन बाद में चीन अपने वादे से मुकर गया। उसने गलवान घाटी में एलएसी पर बातचीत के अनुसार काम नहीं किया।
भारत ने हमेशा जिम्मेदार रुख अपनाया
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया, सीमा प्रबंधन को लेकर भारत ने हमेशा जिम्मेदार रुख अपनाया है। भारत ने स्पष्ट कर दिया कि सभी गतिविधियां एलएसी पर भारत के इलाके में हो रही है। चीन से भी ऐसा ही करने की उम्मीद की जाती है।
झड़प में 20 सैनिक शहीद हुए हैं। शुरुआत में तीन जवानों के शहीद होने की बात कही जा रही थी। अभी इन्हीं तीनों के बारे में जानकारी मिली है।
झड़प में शहीद होने वाले 3 जवान कौन-कौन हैं?
1- कर्नल संतोष बाबू : पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में चीन के सैनिकों के साथ हुई हिंसक झड़प में भारत के तीन जवान शहीद हो गए। इसमें 16 बिहार रेजिमेंट के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल संतोष बाबू भी थे। यह तेलंगाना के रहने वाले थे। सेना के सूत्रों ने पुष्टि करते हुए बताया कि कर्नल संतोष गलवान घाटी में पेट्रोलिंग प्वाइंट 14 के करीब हुई झड़प में शहीद हो गए।
2- शहीद कुंदन ओझा : झारखंड के रहने वाले शहीद कुंदन ओझा भी झपड़ में शहीद हो गए। वह 17 दिन पहले ही पिता बने थे। अभी तक बेटी का चेहरा भी नहीं देख पाए थे।
3- हवलदार पलानी : तीसरे शहीद का नाम हवलदार पलानी है।
राजनाथ सिंह ने दिन में दो बार सेना प्रमुखों के साथ मीटिंग की
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के आवास से विदेश मंत्री एस जयशंकर, रक्षा स्टाफ के प्रमुख (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत और सेना प्रमुख जनरल एमएम की करीब आधे घंटे मीटिंग हुई। यह एक दिन में लगातार दूसरी समीक्षा बैठक थी।
चीन ने भारत पर ही उल्टा आरोप लगाया
लद्दाख में चीनी के साथ भारतीय सेना की झड़प के बाद भी चीन अपन हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। वहां की सेना (पीपल्स लिबरेशन आर्मी) के वेस्टर्न थियेटर कमांड के प्रवक्ता ने उल्टे भारतीय सेना के जवानों पर ही सीमा पार कर हमला करने का आरोप लगाया है। ग्लोबल टाइम्स से बातचीत में यह आरोप लगाया गया।