सार
केंद्रीय आईटी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा है कि ऑनलाइन गेमिंग में भारत का पहला उत्कृष्टता केंद्र शिलांग में स्थापित होगा। मेघालय के 50,000 युवाओ को उद्योग समर्थित, रोजगारपरक व बेहतर भविष्य बनाने का कौशल प्रशिक्षण दिया जाएगा।
शिलांग। केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी एवं कौशल विकास और उद्यमिता राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने शुक्रवार को कहा कि ऑनलाइन गेमिंग में भारत का पहला उत्कृष्टता केंद्र शिलांग में स्थापित किया जाएगा। एसटीपीआई (सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क्स ऑफ इंडिया) के माध्यम से डिजिटल इंडिया स्टार्टअप हब के तहत इस साल मार्च तक शिलांग में इस उत्कृष्टता केंद्र की स्थापना की जाएगी।
शिलांग में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस यानी उत्कृष्टता केंद्र स्थापित होने से पूरे पूवोत्तर क्षेत्र के स्टार्टअप्स और उद्यमियों को अगली पीढ़ी का ऑनलाइन गेमिंग इकोसिस्टम बनाने में प्रोत्साहन मिल सकता है। राजीव चंद्रशेखर ने शिलांग में संवाददाताओं से बातचीत में कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विजन है कि स्टार्टअप्स और उद्यमियों का अगला वेव यानी लहर शिलांग, कोहिमा समेत पूर्वोत्तर भारत के अन्य हिस्सों से आए।" उन्होंने बताया कि इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय ने हाल ही में जनता के परामर्श के लिए ऑनलाइन गेमिंग के संबंध में आईटी नियम 2021 में संशोधन का मसौदा जारी किया है।
जरूरी है डिजिटल कौशल
राज्यमंत्री ने कोविड के बाद डिजिटल कौशल की बढ़ती अहमियत पर भी प्रकाश डाला। दरअसल, दुनिया भर में उत्पादों, सेवाओं और उपकरणों के डिजिटलीकरण में तेजी आने से डिजिटल कौशल जरूरी हो गया है। उन्होंने कहा, "मोदी सरकार का मानना है कि पूर्वोत्तर क्षेत्र में युवाओं को डिजिटल कौशल प्रदान करने से वे तेजी से बढ़ती डिजिटल अर्थव्यवस्था में नौकरियों और उद्यमिता के अवसर हासिल करने में सक्षम हो पाएंगे।"
केंद्रीय मंत्री ने शिलांग स्थित राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईईएलआईटी) में अत्याधुनिक डिजिटल कौशल पर प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए एक अत्याधुनिक सुविधा केंद्र स्थापित करने की भी घोषणा की। संस्थान के 10 एकड़ के परिसर में जल्द ही यह सुविधा केंद्र स्थापित होगा जो पूर्वोत्तर क्षेत्र में कौशल विकास को लेकर युवाओं की जरूरतों को पूरा करेगा।
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50 हजार युवाओं को मिलेगा कौशल प्रशिक्षण
आईटी राज्यमंत्री ने यह भी बताया कि सरकार पीएमकेवीवाई का चतुर्थ चरण शुरू करने जा रही है, जिसके तहत मेघालय में करीब 50 हजार युवाओं को उद्योग समर्थित नौकरी के अवसरों बेहतर भविष्य के लिए कौशल प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी युवा भारतीयों की महत्वाकांक्षाओं और आकांक्षाओं को लेकर नए भारत का निर्माण कर रहे हैं। आज अवसरों की कमी नहीं है, लेकिन उपलब्ध अवसरों का लाभ उठाने के लिए हूनर जरूरी है। सही मायने में कौशल आज समृद्धि का नया पासपोर्ट है।" पूर्वोत्तर क्षेत्र के अन्य राज्यों का जहां तक सवाल है तो कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय ने पीएमकेवीवाई के चतुर्थ चरण के तहत त्रिपुरा में करीब 60,000 और नागालैंड में 35,000 युवाओं को स्वीकृत पाठ्यक्रमों के में कौशल प्रदान करने का लक्ष्य रखा है।
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