सार
Pahalgam Terror attack: पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के नागरिकों के सभी मौजूदा वीज़ा रद्द कर दिए हैं। मेडिकल वीज़ा भी 29 अप्रैल तक ही मान्य होंगे। जानें क्या है मोदी सरकार की राष्ट्रीय सुरक्षा नीति के तहत ये बड़ा कदम।
Pahalgam Terror attack: पहलगाम (Pahalgam) में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा के तहत पाकिस्तान के नागरिकों को दिए गए सभी मौजूदा वीज़ा (Pakistani Nationals Visa) रद्द कर दिए हैं। यह फैसला 27 अप्रैल 2025 से लागू होगा। हालांकि, लॉन्ग टर्म वीज़ा (Long Term Visa), राजनयिक (Diplomatic) और आधिकारिक वीज़ा (Official Visa) इससे प्रभावित नहीं होंगे।
गृह मंत्रालय (Ministry of Home Affairs) ने शुक्रवार को इस फैसले की पुष्टि करते हुए कहा कि पाकिस्तानी नागरिकों को जारी किए गए सभी वीज़ा रद्द किए जाते हैं, सिर्फ लॉन्ग टर्म, डिप्लोमैटिक और ऑफिसियल वीज़ा मान्य रहेंगे। मेडिकल वीज़ा 29 अप्रैल तक वैध रहेंगे।
गृह सचिव की राज्यों को चेतावनी, पहचानें और कार्रवाई करें
गृह सचिव गोविंद मोहन ने सभी राज्यों के मुख्य सचिवों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस कर पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान करने और तुरंत कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। इसके साथ ही गृहमंत्री अमित शाह ने सभी मुख्यमंत्रियों से बात कर राज्य में रह रहे पाक नागरिकों को समय रहते देश से बाहर निकालने के आदेश दिए।
MEA ने दी चेतावनी, वीज़ा समाप्त होने से पहले देश छोड़ें
विदेश मंत्रालय (MEA) ने पहले ही गुरुवार को सभी पाकिस्तानी नागरिकों के वीज़ा रद्द करने की घोषणा की थी और कहा था कि भारत में मौजूद सभी पाकिस्तानी नागरिकों को वीज़ा की वैधता समाप्त होने से पहले देश छोड़ना होगा।
इसके साथ यह भी स्पष्ट किया गया कि पाकिस्तान से आए हिंदू समुदाय के नागरिकों को मिले लॉन्ग टर्म वीज़ा पर यह आदेश लागू नहीं होगा।
SAARC वीज़ा छूट भी रद्द, अटारी बॉर्डर बंद
भारत ने अटारी (Attari) लैंड बॉर्डर से आए पाक नागरिकों को 1 मई तक देश छोड़ने को कहा है। साथ ही SAARC Visa Exemption Scheme (SVES) के तहत मिलने वाली छूट भी रद्द कर दी गई है।
पहलगाम हमले के बाद उठाए गए सख्त कदम
यह फैसला 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद लिया गया है, जिसमें 26 पर्यटक मारे गए थे, जिनमें एक नेपाली नागरिक भी शामिल था। हमला बायसरण (Baisaran) नामक प्रसिद्ध टूरिस्ट मीडो में हुआ था।
अब तक की जांच में सामने आया है कि इस हमले में तीन पाकिस्तानी आतंकियों आसिफ फौजी, सुलेमान शाह और अबु तल्हा की भूमिका रही है। इनके साथ दो कश्मीरी सहयोगी आदिल गुरी और अहसान भी शामिल थे। सरकार ने इनकी तस्वीरें सार्वजनिक कर दी हैं।
NIA को सौंपा जाएगा केस, जांच में जुटी एजेंसियां
गंभीरता को देखते हुए गृह मंत्रालय जल्द ही इस केस को नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) को सौंप सकता है। NIA पहले ही जम्मू-कश्मीर पुलिस की जांच में सहायता दे रही है और DIG रैंक का अधिकारी बायसरण में घटनास्थल का दौरा कर चुका है।