सार
नई दिल्ली। भारत और फ्रांस के बीच राफेल एम (लड़ाकू विमान राफेल का नेवल वर्जन) डील को लेकर सहमति बन गई है। भारत 26 राफेल एम विमान की डील के लिए फ्रांस को 7 बिलियन यूरो (61,786.9 करोड़ रुपए) देगा। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फरवरी की शुरुआत में फ्रांस जाने वाले हैं। वह पेरिस में आयोजित आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) एक्शन शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे। इस यात्रा के दौरान फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन राफेल एम डील की घोषणा कर सकते हैं।
मैक्रॉन ने सोमवार को पेरिस में फ्रांसीसी राजदूतों के सम्मेलन में कहा, "आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस शिखर सम्मेलन हमें AI पर अंतरराष्ट्रीय चर्चा करने में सक्षम बनाएगा। प्रधानमंत्री (नरेंद्र) मोदी हमारे देश की राजकीय यात्रा के तुरंत बाद वहां पहुंचेंगे।"
10-11 फरवरी को आयोजित होगा AI शिखर सम्मेलन
AI शिखर सम्मेलन 10-11 फरवरी को आयोजित किया जाएगा। इसमें कई देशों के राष्ट्राध्यक्षों के शामिल होने की उम्मीद है। यह सम्मेलन ब्लेचली पार्क (नवंबर 2023) और सियोल (मई 2024) में अंतरराष्ट्रीय एआई शिखर सम्मेलन में हासिल की गई उपलब्धियों पर आधारित है। शिखर सम्मेलन में एआई में काम, इनोवेशन, कल्चर और ग्लोबल गवर्नेंस समेत कई विषयों पर बात होगी।
इससे पहले नरेंद्र मोदी ने जुलाई 2023 में फ्रांस की यात्रा की थी। वह बैस्टिल दिवस समारोह के मुख्य अतिथि थे। जनवरी 2024 में फ्रांस के राष्ट्रपति को भारत के गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था।
क्यों खास है Rafale M?
Rafale M दो इंजन वाला मल्टीरोल फाइटर जेट है। भारत ने फ्रांस से पहले ही अपनी वायुसेना के लिए 36 राफेल विमान खरीदे हैं। नौसेना को अपने दूसरे एयर क्राफ्ट करियर आईएनएस विक्रांत के लिए लड़ाकू विमानों की जरूरत थी। इस समय दोनों एयर क्राफ्ट करियर से MiG 29K विमान ऑपरेट किए जाते हैं। इनकी संख्या दो एयर क्राफ्ट करियर के लिहाज से कम है।
Rafale M विमान नौसेना के लिए बना है। इसे एयर क्राफ्ट करियर पर लैंड करने और उड़ान भरने के लिए खास लैंडिंग गियर, अरेस्टर हुक और मजबूत फ्रेम से लैस किया गया है। यह शॉर्ट टेक-ऑफ बट अरेस्टेड रिकवरी क्षमता से लैस है। राफेल एम हवाई लड़ाई के लिए मेटियोर, एंटी शिप मिशनों के लिए एक्सोसेट और सटीक जमीनी हमलों के लिए SCALP जैसे मिसाइलों से लैस है। इसमें अत्याधुनिक AESA रडार लगा है। इसकी अधिकतम रफ्तार मैक 1.8 और रेंज 1,850 किमी से अधिक है। राफेल एम में हवा में इंधन भरा जा सकता है।
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