सार
महिला कैदी को ले जा रही दो लेडी कास्टेबल ने घायल होने के बाद ऐसा मिसाल पेश किया जिसकी तारीफ प्रदेश के डीजीपी भी करना नहीं भूले। दोनों महिला सिपाहियों को डीजीपी ने नकद पुरस्कार से सम्मानित किया है।
शिमला। ड्यूटी के दौरान चोटिल होने के बावजूद दो महिला कांस्टेबल्स ने मिसाल कायम की है। महिला कैदी को ले जाते वक्त एक सड़क दुर्घटना में घायल होने के बाद जब दोनों को अस्पताल पहुंचाया जाने लगा तो दोनों अपने साथ महिला कैदी को भी ले जाने के लिए अड़ गई। हालांकि, दोनों के जज्बे को देखते हुए तीनों को अस्पताल पहुंचाया गया। चंडीगढ़-मनाली हाइवे पर बस हादसा में दोनों घायल हो गए थे। कैदी को लेकर महिला सिपाही धर्मशाला लौट रहीं थीं तभी हासदा हुआ।
कैदी को लेकर धर्मशाला लौटते वक्त हुआ हादसा
दरअसल, शिमला पुलिस विभाग में लेडी कांस्टेबल शीतल व अंजू की तैनाती है। लेडी कॉन्स्टेबल अंजू शिमला के समरहिल और शीतल कंडा जेल में तैनात है।
सोमवार को दोनों लेडी कांस्टेबल की ड्यूटी एक महिला कैदी को धर्मशाला लेकर पहुंचना था। चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे पर सोमवार को उनकी बस हादसा की शिकार हो गई। मंडी के डयोड में हुए इस हादसा में दोनों घायल हो गए। बस के पहाड़ी से टकराने की वजह से हादसा हुआ था।
बस हादसा होने के बाद स्थानीय लोग पहुंच गए। पुलिस को भी बुला लिया गया। बस में दो लेडी कांस्टेबल के घायल होने की सूचना पर दोनों को पहले अस्पताल पहुंचाया जाने लगा लेकिन दोनों अपने साथ महिला कैदी को लिए बगैर राजी न हुई। हालांकि, बाद में तीनों को अस्पताल पहुंचाया गया।
डीजीपी ने किया पुरस्कृत
दोनों लेडी कांस्टेबल्स की ड्यूटी के प्रति समर्पण को देखते हुए हिमाचल प्रदेश के डीजीपी संजय कुंडू ने पांच-पांच सौ रुपये का नकद पुरस्कार देकर दोनों को प्रोत्साहित किया है। इसके अलावा एक अन्य महिला कांस्टेबल को भी डीजीपी ने पुरस्कृत किया है। लेडी कांस्टेबल बिंदू उसी राह से कुल्लू मंडी जा रही थीं। उन्होंने बस हादसा देख, वहीं रूक गई। वह घायलों को अस्पताल पहुंचवाई। फिर वहां से निकली। बता दें कि बिंदू इस क्षेत्र में तैनात नहीं हैं।