सार
कांग्रेस की महत्वाकांक्षी भारत जोड़ो यात्रा-Bharat Jodo Yatra लगातार विवादों में घिरी हुई है। कुरुक्षेत्र में एक पब्लिक मीटिंग में बोलते हुए राहुल गांधी ने महाभारतकाल का जिक्र करते हुए GST और नोटबंदी का गजब उदाहरण दिया।
कुरुक्षेत्र. कांग्रेस की महत्वाकांक्षी भारत जोड़ो यात्रा-Bharat Jodo Yatra लगातार विवादों में घिरी हुई है। कुरुक्षेत्र में एक पब्लिक मीटिंग में बोलते हुए राहुल गांधी ने महाभारतकाल का जिक्र करते हुए GST और नोटबंदी का गजब उदाहरण दिया। पढ़िए ऐसा क्या बोल गए राहुल गांधी कि सोशल मीडिया पर ट्रोल हो रहे?pic.twitter.com/BF5Eq5a0Az
पांडवों ने नोटबंदी और GST लागू नहीं की, उस समय सभी धर्म मौजूद थे?
कुरुक्षेत्र में एक सार्वजनिक रैली में बोलते हुए राहुल गांधी ने पांडवों का जिक्र करते हुए दावा किया कि वे 'तपस्वी' थे और 'सभी धर्मों' के समर्थक थे। महाभारत के समय में कौन से धर्म अस्तित्व में थे, इस पर कई लोगों को आश्चर्य होता है। पांडवों ने दोषपूर्ण GST और नोटबंदी(demonetisation) लागू नहीं की।
(तस्वीर-कुरुक्षेत्र जिले में 'भारत जोड़ो यात्रा' के दौरान ब्रह्म सरोवर में पूजा-अर्चना करते कांग्रेस नेता राहुल गांधी)
राहुल गांधी ने कहा कि पांडवों के साथ सभी धर्मों के लोग थे। इस (भारत जोड़ो) यात्रा की तरह कोई किसी से नहीं पूछता कि वह कहां से आता है। यह प्यार की दुकान है। पांडव भी अन्याय के खिलाफ खड़े हुए थे, उन्होंने भी नफरत के बाजार में प्रेम की दुकान खोली थी?
गांधी ने आगे दावा किया कि पांडवों ने नोटबंदी और जीएसटी लागू नहीं किया क्योंकि वे तपस्वी थे। क्या पांडवों ने नोटबंदी लागू की थी? क्या वे दोषपूर्ण जीएसटी लाए? क्या उन्होंने कभी ऐसा किया होगा? नहीं, उन्होंने ऐसा कभी नहीं किया होगा, क्योंकि वे तपस्वी थे।”
राहुल गांधी का करीब 4:20 मिनट का यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। गांधी ने अपनी बात को जारी रखते हुए कहा कि 2-3 कारोबारी भारत में नोटबंदी और जीएसटी लेकर आए। उन्होंने कहा कि यह पीएम मोदी नहीं थे, जिन्होंने नोटबंदी और जीएसटी पर हस्ताक्षर किए, बल्कि 2-3 व्यवसायियों ने हस्ताक्षर किए।
राहुल गांधी ने भगवद गीता का आह्वान करते हुए कहा, “क्या पांडवों ने नोटबंदी की, गलत जीएसटी लागू किया? क्या उन्होंने कभी ऐसा किया होगा? कभी नहीं। क्यों? क्योंकि वे तपस्वी थे और वे जानते थे कि नोटबंदी, गलत जीएसटी, कृषि कानून तपस्वियों से इस जमीन की चोरी करने का एक तरीका है…। (प्रधानमंत्री) नरेंद्र मोदी ने इन फैसलों पर हस्ताक्षर जरूर किए, लेकिन इसके पीछे भारत के 2-3 अरबपतियों की ताकत थी, आप माने या न मानें।
जय सिया राम, RSS को कौरव बताया
इसके अलावा वायनाड के सांसद ने 'जय सिया राम' के नारे का इस्तेमाल करते हुए केंद्र और आरएसएस के खिलाफ अपना हमला जारी रखा और दावा किया कि वे 'हर हर महादेव' का जाप नहीं करते हैं। गांधी ने कहा, "आरएसएस के लोग कभी भी 'हर हर महादेव' का जाप नहीं करते, क्योंकि भगवान शिव 'तपस्वी' थे और ये लोग भारत की 'तपस्या' पर हमला कर रहे हैं।"
राहुल गांधी ने कहा कि लोग यह नहीं समझते, लेकिन जो लड़ाई उस समय थी, वही आज है। यह लड़ाई किसके बीच है? पांडव कौन थे? अर्जुन, भीम... वे तपस्या करते थे। उन्होंने सभा से पूछा कि क्या उन्होंने पांडवों द्वारा इस भूमि पर नफरत फैलाने और एक निर्दोष व्यक्ति के खिलाफ कोई अपराध करने के बारे में सुना है?
इसके बाद राहुल गांधी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) को '21वीं सदी के कौरव' करार देकर उन पर कटाक्ष किया। राहुल गांधी ने कहा-कौरव कौन थे? मैं आपको सबसे पहले 21वीं सदी के कौरवों के बारे में बताऊंगा, वे खाकी हाफ पैंट पहनते हैं, हाथ में लाठी लिए और शाखा रखते हैं। भारत के 2-3 अरबपति कौरवों के साथ खड़े हैं।”
कुरुक्षेत्र के पास समाना में मीडिया से बात करते हुए राहुल गांधी ने दावा किया कि भाजपा पूजा की पार्टी है, जबकि कांग्रेस तपस्या की पार्टी है। राहुल गांधी ने कहा-“आरएसएस चाहता है कि लोग जबरन उनकी पूजा करें । इस तरह की पूजा का जवाब तपस्या ही हो सकता है।" राहुल गांधी ने यह भी दावा किया कि भाजपा और आरएसएस की 'पूजा' के प्रभावों का मुकाबला करने के लिए लाखों लोग कांग्रेस के साथ 'तपस्या' कर रहे हैं।
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