सार

अयोध्या के राम मंदिर (Ram Mandir Ayodhya) में गर्भगृह समेत पांच मंडप बनाए जा रहे हैं। इनके नाम गुह्य मंडप, नृत्य मंडप, रंग मंडप और प्रार्थना मंडप हैं।

अयोध्या। अगले साल के पहले महीने से करोड़ों हिन्दुओं के मन की मुराद पूरी होने जा रही है। वे अयोध्या आकर प्रभु श्री राम के दर्शन कर पाएंगे। राम मंदिर का निर्माण कार्य अब फाइनल स्टेज में है। निर्माण कार्य किस तरह चल रहा है और मंदिर में कहां क्या बन रहा है इसको लेकर एशियानेट न्यूज (Asianet News) के राजेश कालरा ने राम मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेन्द्र मिश्रा से बातचीत की।

नृपेन्द्र मिश्रा ने बताया कि राम मंदिर के भूतल पर गर्भगृह समेत 5 मंडप बनाए जाएंगे। इनके नाम कुछ इस प्रकार हैं… 1 - गुह्य मंडप 2- नृत्य मंडप 3- रंग मंडप 4 - प्रार्थना मंडप और 5 - भक्त मंडप। जिस जगह पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूजा की थी वहां गर्भगृह है। गर्भगृह में रामलला विराजमान होंगे।

सीधे गर्भगृह जाकर रामलला के दर्शन करेंगे भक्त

खास बातचीत के दौरान नृपेन्द्र मिश्रा ने बताया कि मंदिर का मुख्य द्वार पूर्वी द्वार होगा। यहीं से भक्त भगवान के दर्शन के लिए प्रवेश करेंगे। श्रद्धालु पहले टनल के नीचे आएंगे। इसके बाद परकोटा से होते हुए सीढ़ियां चढ़ेंगे। स्वागत प्रवेश द्वार को पार करने के बाद वे मंडप में पहुंचेंगे। मंडप का भूतल लगभग पूरा हो गया है। इसे 31 दिसंबर 2023 तक कम्प्लीट कर लिया जाएगा। इसके बाद भक्त मंडप से प्रवेश करेंगे और सीधे गर्भगृह तक जाकर रामलला के दर्शन करेंगे। दर्शन के बाद भक्त इस तरफ से बाहर निकलेंगे।

दिसंबर, 2023 तक गर्भगृह हो जाएगा तैयार

नृपेन्द्र मिश्रा ने बताया कि दिसंबर 2023 तक गर्भगृह पूरा हो जाएगा। पूरा मंदिर दिसंबर 2024 तक बनकर तैयार हो जाएगा। भगवान राम से जुड़े अलग-अलग पात्रों जैसे महर्षि वाल्मीकि, निषाद राज और शबरी माता समेत 7 मंदिर बनाए जाने हैं। इनका निर्माण मार्च 2024 से शुरू होगा।

14-24 जनवरी के बीच हो सकती है भगवान राम की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा

14-24 जनवरी के बीच भगवान राम की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा हो सकती है। नृपेंद्र मिश्रा ने बताया कि राम मंदिर में पूजा और मूर्ति स्थापना समारोह 14 जनवरी 2024 को शुरू होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने के लिए निमंत्रण दिया गया है। पीएम का जवाब मिलने के बाद प्राण-प्रतिष्ठा की तिथि तय होगी। प्राण-प्रतिष्ठा के अगले दिन से भक्त दर्शन कर पाएंगे।

देखें नृपेंद्र मिश्रा का फुल इंटरव्यू

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