सार
तब्लीगी जमात से जुड़े मामले को लेकर दिल्ली पुलिस ने मंगलवार लगभग 15 देशों के 83 नागरिकों के खिलाफ 20 चार्जशीट दिल्ली की साकेत कोर्ट में दाखिर करेगी। यह सभी चार्जशीट विदेशी अधिनियम एक्ट के तहत दाखिल की जा रही है।
नई दिल्ली. तब्लीगी जमात से जुड़े मामले को लेकर दिल्ली पुलिस ने मंगलवार लगभग 15 देशों के 83 नागरिकों के खिलाफ 20 चार्जशीट दिल्ली की साकेत कोर्ट में दाखिर करेगी। यह सभी चार्जशीट विदेशी अधिनियम एक्ट के तहत दाखिल की जा रही है।
सऊदी अरब, चीन, अमेरिका सहित इन देशों के नागरिकों के खिलाफ चार्जशीट
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने बताया, जिन देशों के नागरिकों के खिलाफ चार्जशीट कोर्ट में पेश होने जा रही है, उसमें सऊदी अरब, अमेरिका, चीन, फिलीपींस, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, रूस, अफगानिस्तान, फ्रांस, मलेशिया, जॉर्डन और ज्यूनीशिया के नागरिक शामिल हैं। इन देशों से आए लोगों पर वीजा शर्तों के उल्लंघन का आरोप लगा है।
आने वाले दिनों में और भी चार्जशीट पेश की जाएगी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दिल्ली पुलिस के अधिकारी ने बताया, चार्जशीट का दौर शुरू हो गया है और आने वाले दिनों में अनेकों चार्जशीट कोर्ट के सामने पेश की जाएगी। बता दें कि तब्लीगी मरकज के मुखिया मौलाना साद और उनके सहयोगियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। बता दें कि तब्लीगी मरकज मुख्यालय में अनेक विदेशी नागरिक पाए गए थे और इनमें से अनेक भारत में विभिन्न जगहों पर चले भी गए थे। आरोप है कि इनमें से अनेक लोगों को कोरोना पॉजिटिव पाया गया था।
भारत में कोरोना के 1,45,354 केस
भारत में कोरोना के 1,45,354 केस आ चुके हैं। इसमें से 4,174 लोगों की मौत हो चुकी है। 60,722 लोग कोरोना से ठीक हो चुके हैं। अभी भी देश में 80 हजार से ज्यादा लोग कोरोना संक्रमित हैं। महाराष्ट्र, तमिलनाडु, गुजरात, दिल्ली और राजस्थान कोरोना से सबसे ज्यादा संक्रमित हैं। महाराष्ट्र में कोरोना 52,667 केस, तमिलनाडु में 17,082 केस, गुजरात में 14 हजार केस, दिल्ली में 14 हजार केस और राजस्थान में कोरोना के 7,376 केस सामने आ चुके हैं।
क्या है निजामुद्दीन मरकज तब्लीगी जमात मामला?
निजामुद्दीन में 1 से 15 मार्च तक तब्लीगी जमात मरकज का जलसा था। यह इस्लामी शिक्षा का दुनिया का सबसे बड़ा केंद्र है। यहां हुए जलसे में देश के 11 राज्यों सहित इंडोनेशिया, मलेशिया और थाईलैंड से भी लोग आए हुए थे। यहां पर आने वालों की संख्या करीब 5 हजार थी। जलसा खत्म होने के बाद कुछ लोग तो लौट गए, लेकिन लॉकडाउन की वजह से करीब 2 हजार लोग तब्लीगी जमात मरकज में ही फंसे रह गए। लॉकडाउन के बाद यह इकट्ठा एक साथ रह रहे थे। तब्लीगी मरकज का कहना है कि इस दौरान उन्होंने कई बार प्रशासन को बताया कि उनके यहां करीब 2 हजार लोग रुके हुए हैं। कई लोगों को खांसी और जुखाम की भी शिकायत सामने आई। इसी दौरान दिल्ली में एक बुजुर्ज की मौत हो गई। जांच हुई तो पता चला कि वह कोरोना संक्रमित था और वहीं निजामुद्दीन में रह रहा था। तब इस पूरे मामले का खुलासा हुआ।