सार
AAP Defeat in Delhi Assembly Elections: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में आम आदमी पार्टी (AAP) को हार का सामना करना पड़ा है। चुनाव परिणाम आने के तीसरे दिन मंगलवार को आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान समेत अपनी पार्टी के सभी विधायकों को दिल्ली तलब किया है। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि केजरीवाल को अब पंजाब में अपनी सरकार जाने का खौफ है। इसके चलते वह राज्य के आप विधायकों से बातचीत कर रहे हैं।
भगवंत मान और पंजाब में आप के 91 विधायकों के साथ अरविंद केजरीवाल ने कपूरथला हाउस में समीक्षा बैठक की है। इसमें मनीष सिसोदिया समेत आप के अन्य सीनियर नेता भी मौजूद रहे। बैठक के बाद भगवंत मान ने बताया कि केजरीवाल और सिसोदिया ने दिल्ली चुनाव में योगदान के लिए पंजाब की आप इकाई को धन्यवाद दिया है।
भगवंत मान बोले-टोल का बोझ कम कर रही आप सरकार
भगवंत मान ने कहा, "पंजाब में आप सरकार बुनियादी ढांचे के निर्माण और टोल का बोझ कम करने पर काम कर रही है। हमें तेजी से काम करना है। AAP ने दिल्ली में जो काम किया है, वह पिछले 75 सालों में कभी नहीं हुआ। हार-जीत तो खेल का हिस्सा है।"
अब सिर्फ पंजाब में है आम आदमी पार्टी की सरकार
इस समय सिर्फ पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार है। पंजाब में विधानसभा के चुनाव 2027 में होने हैं। दिल्ली में 2013 में आप सत्ता में आई थी। 2025 के विधानसभा चुनाव में हार के बाद उसे सत्ता से बेदखल होना पड़ा है। दिल्ली के 70 सीटों में से आप सिर्फ 22 जीत सकी। भाजपा ने 48 सीटें जीत ली हैं। भाजपा को 27 साल बाद दिल्ली की सत्ता मिली है।
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बैठक के बारे में आप सांसद मालविंदर कांग ने कहा कि पार्टी के लिए भविष्य की रणनीति बनाने के लिए फीडबैक लिया जा रहा है। पार्टी ने दिल्ली के जनादेश को स्वीकार कर लिया है। हमने पिछले 10 सालों में दिल्ली को बेहतर बनाने और अच्छी सरकार देने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया।
कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा का दावा- भाजपा में शामिल हो सकते हैं भगवंत मान
बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद कांग्रेस के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने दावा किया कि पंजाब के मुख्यमंत्री भाजपा में शामिल हो सकते हैं। वह केंद्रीय गृह मंत्रालय के संपर्क में हैं। आप के 30 विधायक उनके संपर्क में हैं।
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पंजाब में आम आदमी के पास है बड़ी बहुमत
पंजाब में 2022 में विधानसभा चुनाव हुए थे। राज्य की 117 सीटों में से आप ने 92 सीटों को जीत लिया है। इस बड़ी बहुमत के चलते पंजाब में आप सरकार को संख्या बल को लेकर अधिक परेशानी नहीं है। राज्य में कांग्रेस के 22 और शिरोमणि अकाली दल के 3 विधायक हैं।