सार
AAP-da for Arvind Kejriwal: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 की वोटिंग बुधवार को संपन्न हो गई। दिल्लीवालों ने अपनी सरकार भी चुन ली। हालांकि, दिल्ली के मन में क्या है, इसका ऐलान तो 8 फरवरी को मतों की गिनती के बाद सामने आने पर किया जाएगा। लेकिन वोटिंग खत्म होते ही एग्जिट पोल धड़ाधड़ सामने आने लगे। एग्जिट पोल नतीजों को देखकर एक सवाल अब जेहन में है कि क्या विधानसभा चुनावों (Delhi Assembly Elections) के नतीजे अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) और उनकी आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party - AAP) के लिए बुरे संकेत साबित होने जा रहे हैं? यह इसलिए क्योंकि अधिकतर एग्जिट पोल (Exit Polls) तो ऐसा ही इशारा कर रहे हैं। 10 में से 8 एग्जिट पोल्स ने दिल्ली में सत्ता परिवर्तन की भविष्यवाणी की है जबकि सिर्फ दो पोल ने AAP को मामूली बढ़त मिलने की संभावना जताई है।
AAP को झटका, बीजेपी को मिल सकता है बहुमत
दस Exit Poll नतीजों को देखें तो आम आदमी पार्टी को पहली बार बड़ा झटका लगने जा रहा है। 2013 में आम आदमी पार्टी की दिल्ली में उदय के साथ जनाधार बढ़ता गया। पहली बार चुनाव में उतर कर सरकार बनाने के बाद दूसरी और तीसरी बार प्रचंड बहुमत हासिल करने वाली आम आदमी पार्टी को पहली बार बुरे संकेत मिल रहे हैं। हालांकि, क्रिकेट और राजनीति में प्रेडिक्शन को कभी मान्यता नहीं मिली है लेकिन अगर एग्जिट पोल के नतीजे सही साबित हुए तो यह आम आदमी पार्टी और केजरीवाल के करियर के लिए एक मुश्किलों भरा संकेत है। यह चुनाव देश की सबसे पुरानी पार्टी के लिए कुछ बेहतर नहीं है। आप के पहले लगातार 15 साल तक सत्ता में रही कांग्रेस पिछले दो बार से एक सीट के लिए राजधानी में तरस रही थी, इस बार भी एग्जिट पोल में उसके पक्ष में कोई खास संकेत नहीं है।
क्या इस बार गलत साबित होंगे एग्जिट पोल?
हालांकि, एग्जिट पोल हमेशा सटीक नहीं होते। दिल्ली में तो पिछले दो विधानसभा चुनाव में यह गलत साबित हो चुके हैं। पिछले दो विधानसभा चुनावों में इन्होंने AAP की जीत की भविष्यवाणी तो की थी लेकिन सीटें कम दी थी और मिली उससे कहीं ज्यादा।
भ्रष्टाचार के आरोप की वजह से AAP से मोहभंग?
बीजेपी ने इस चुनाव में अपने प्रचार अभियान को पूरी तरह से आम आदमी पार्टी पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों (Corruption Allegations) पर केंद्रित रखा। गांधीवादी अन्ना हजारे (Anna Hazare) के भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन (Anti-Corruption Movement) से निकली AAP को लेकर बीजेपी ही नहीं कांग्रेस भी हमलावर रही। उधर, दिल्ली आबकारी नीति केस में आप के कई बड़े नेताओं के जेल में जाने से भी उसकी छवि पर खास डेंट लगा। खुद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उनके करीबी सहयोगी मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) और पार्टी के कई अन्य नेताओं पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं। बीजेपी ने इसी मुद्दे को जोर-शोर से भुनाने का प्रयास किया।
बहरहाल, एग्जिट पोल के नतीजे और वास्तविक रिजल्ट में काफी अंतर हो सकता। अब देखना यह है कि क्या एग्जिट पोल के नतीजे इस बार सही साबित होंगे या फिर अरविंद केजरीवाल एक बार फिर सबको चौंकाने के लिए तैयार हैं?
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