नई दिल्ली. दिल्ली में वायु प्रदूषण(Delhi air pollution) लगातार खराब स्थिति में बना हुआ है। वायु गुणवत्ता एवं मौसम पूर्वानुमान और अनुसंधान प्रणाली (SAFAR) के मुताबिक दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक(AQI)16 दिसंबर को 337 (बहुत खराब श्रेणी) में रहा। चूंकि इस समय टेम्परेचर नीचे जा रहा है, इसलिए पॉल्युशन में कोई निजात नहीं मिल रही है। ऐसा पिछले 6 साल बाद हुआ है, जब दिसंबर के शुरुआती पखवाड़े यानी 15 दिनों में सबसे अधिक ठंड पड़ी है।

सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई से पहले रिव्यू
राजधानी में प्रदूषण रोकने की दिशा में किए जा रहे प्रयासों की 16 दिसंबर को फिर समीक्षा होगी। बता दें कि दिल्ली में अगले आदेश तक गैर जरूर ट्रकों की एंट्री पर बैन लगा दिया गया है। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय (Gopal Rai) ने 13 दिसंबर को अहम बैठक की थी। आज फिर समीक्षा बैठक होगी। विशेषज्ञों ने 16 दिसंबर तक वायु प्रदूषण बढ़ने की आशंका जताई थी। बैठक में पर्यावरण विभाग को शिक्षा विभाग की ओर से छठीं और उससे ऊपर की क्लासों के लिए स्कूल, कॉलेज और संस्थान तुरंत खोलने और प्राइमरी के छात्रों के लिए 20 तारीख के बाद स्कूल खोलने का आवेदन मिला था। सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार इन प्रस्तावों को वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) को मंजूरी के लिए भेजा गया था। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट सुनवाई कर रहा है।

17 दिसंबर को भी होंगे कुछ फैसले
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने सुप्रीम कोर्ट को बताया था कि उसने दूध और डेयरी इकाइयों को 24 घंटे खोलने की अनुमति दी है। अब 17 दिसंबर को स्कूल खोलने और कंस्ट्रक्शन साइट को लेकर फैसला होगा।

50 तक AQI माना जाता है अच्छा 
एयर क्वालिटी इंडेक्स 0 से 50 के बीच अच्छा माना जाता है। 51 से 100 के बीच यह संतोषजनक, जबकि 101 से 200 के बीच मध्यम माना जाता है। 201 से 300 के बीच यह खराब श्रेणी में आता है और 301 से 400 के बीच बेहद खराब। 401 से 500 के बीच एयर क्वालिटी इंडेक्स गंभीर श्रेणी में आता है।

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