सार
जम्मू एयरबेस के पास ड्रोन हमले के बाद आतंकियों द्वारा इस तकनीक का इस्तेमाल कर बड़ा खतरा उत्पन्न करने का अंदेशा हमेशा बना रह रहा है। ऐसी स्थितियों में निगरानी तंत्र को हाईटेक और सुदृढ़ करना सबसे जरूरी हो गया है।
नई दिल्ली। भारत अपना निगरानी तंत्र हाईटेक करने के लिए मानव रहित एयरक्राफ्ट सिस्टम खरीदने की तैयारी कर रहा है। स्वदेशी प्रणाली वाले दस सिस्टम इंडियन एयरफोर्स को दिया जाएगा।
भारत सरकार का रक्षा मंत्रालय इस खरीद के लिए मूलरूप से भारतीय ओरिजिनल इक्वीपमेंट निर्माताओं को ही बिड में भाग लेने की अनुमति देगा।
आरएफआई ने बताया कि मानव रहित एयरक्राफ्ट सिस्टम की सप्लाई के लिए अनुबंध करने वाली स्वदेशी कंपनी को एग्रीमेंट के 12 महीने के भीतर सप्लाई देनी होगी।
एंटी ड्रोन सिस्टम को वायुसेना में शामिल करने का उद्देश्य दुश्मनी के लिए तैनात किए गए मानव रहित विमान प्रणालियों का पता लगाना, ट्रैक करना, उनकी पहचान करना या उसे बेअसर करना होगा ताकि भारतीय सीमा पर या अंदर किसी प्रकार का खतरा न उत्पन्न हो।
दरअसल, जम्मू एयरबेस के पास ड्रोन हमले के बाद आतंकियों द्वारा इस तकनीक का इस्तेमाल कर बड़ा खतरा उत्पन्न करने का अंदेशा हमेशा बना रह रहा है। ऐसी स्थितियों में निगरानी तंत्र को हाईटेक और सुदृढ़ करना सबसे जरूरी हो गया है।
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