सार
Dalit Athlete rape case: केरल के पथानामथिट्टा क्षेत्र की रहने वाली 18 साल की दलित युवती कई साल पहले एथलेटिक्स को अपना करियर बनाने के लिए मैदान में उतरी। सुनहरे सपने संजोए, आसमान में ऊंची उड़ान का सपना जालिम दुनिया ने तोड़कर कर रख दिया। कोच, साथ प्रैक्टिस करने वाले एथलीट्स तो कभी खेल संगठनों से जुड़े पदाधिकारी और अधिकारी, सबने बहला फुसलाकर उसके अपनी हवस का शिकार बनाना शुरू कर दिया। 2 साल में करीब 64 लोगों ने उसका फायदा उठाया। युवती की शिकायत के बाद पुलिस ने पांच अलग-अलग केस दर्ज कर 15 से अधिक लोगों को अभी तक अरेस्ट कर लिया है। अभी अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।
यह मामला बाल कल्याण समिति की काउंसलिंग के दौरान प्रकाश में आया था, जब एक एजुकेशनल इंस्टीट्यूट में पीड़िता के शिक्षकों ने कमेटी को उसके व्यवहार में कई बड़े बदलावों के बारे में बताया। कमेटी ने बाद में पुलिस को सूचित किया जिसने जांच शुरू की गई।
15 लोगों से अधिक हिरासत में लिए गए
पुलिस ने शनिवार को बताया कि दलित युवती के साथ विभिन्न जगहों पर कई लोगों ने रेप किया या यौन शोषण किया। एथलीट की शिकायत के आधार पर केस दर्ज किया गया है। इस मामले में 15 लोगों को पुलिस ने हिरासत में ले रखा है। पुलिस ने बताया कि पथानामथिट्टा जिले के दो पुलिस थानों में पांच प्राथमिकी दर्ज करने के बाद शुक्रवार को छह लोगों को गिरफ्तार किया गया था। 18 वर्षीय लड़की के बयान के आधार पर गिरफ्तारियां की गईं। उसने आरोप लगाया कि 16 साल की उम्र से ही उसके साथ कई बार बलात्कार किया गया। पुलिस को ऐसे सबूत मिले हैं जिनसे पता चलता है कि लड़की का उसके कोच, साथी एथलीट और सहपाठियों सहित कई लोगों द्वारा शोषण किया गया।
पॉक्सो भी लगेगा
पुलिस ने बताया कि एथलीट का जब यौन शोषण हुआ था तो वह नबालिग थी। इसलिए आरोपियों के खिलाफ पॉक्सो (POCSO) के तहत कार्रवाई भी होगी। साथ ही उनके खिलाफ दलित उत्पीड़न की धाराएं भी लगायी जाएगी।
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