सार
Crime News: क्राइम ब्रांच की टीम ने एक खतरनाक डॉक्टर को पकड़ा है, जिस पर 100 से ज्यादा लोगों की हत्या करने का आरोप है। लोग उसे 'डॉक्टर डेथ' के नाम से जानते हैं क्योंकि उसने बहुत ही बेरहमी से लोगों को मारा है।
Crime News: क्राइम ब्रांच की टीम ने एक खतरनाक अपराधी डॉक्टर को पकड़ा है, जिस पर 100 से ज्यादा लोगों की हत्या करने का आरोप है। इस डॉक्टर का नाम देवेंद्र कुमार शर्मा है और वह अलीगढ़ के पुरैनी गांव का रहने वाला है। लोग उसे ‘डॉक्टर डेथ’ के नाम से जानते है क्योंकि उसने बहुत ही बेरहमी से लोगों की जान ली है। बता दें कि पैरोल पर छूटने के बाद फरार हो गया था, जिसे अब पुलिस ने दोबारा गिरफ्तार कर लिया है।
100 से ज्यादा लोगों की हत्या
पुलिस जांच में पता चला है कि डॉ. देवेंद्र ने 1995 से 2004 के बीच अपने गिरोह के साथ मिलकर 100 से ज्यादा लोगों की हत्या की। पकड़े जाने से बचने के लिए वह लाशों को कासगंज की हजारा नहर में फेंक देता था जहां उन्हें मगरमच्छ खा जाते थे।
किडनी ट्रांसप्लांट रैकेट का खुलासा
उसने 1998 से 2004 तक एक अन्य डॉक्टर, डॉ. अमित के साथ मिलकर 125 लोगों के अवैध किडनी ट्रांसप्लांट भी कराए थे। वर्ष 2004 में उसकी गिरफ्तारी के बाद सीरियल किलिंग और किडनी ट्रांसप्लांट रैकेट का खुलासा हुआ था।
डॉ. देवेंद्र के खिलाफ 21 हत्याओं में चार्जशीट दाखिल हो चुकी है। उसे दिल्ली में सात मामलों में उम्रकैद और गुरुग्राम में एक मामले में फांसी की सजा मिली है। 9 जून 2023 को वह दो महीने की पैरोल पर बाहर आया था, लेकिन फिर सरेंडर नहीं किया।
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तलाश के लिए बनी थी स्पेशल टीम
क्राइम ब्रांच के डिप्टी कमिश्नर आदित्य गौतम के मुताबिक, पैरोल पर बाहर आए अपराधियों की तलाश के दौरान टीम को डॉ. देवेंद्र के गायब होने की जानकारी मिली। उसकी तलाश के लिए एक स्पेशल टीम बनाई गई।
देवेंद्र को 9 जून 2023 को पैरोल मिली थी और 3 अगस्त को सरेंडर करना था, लेकिन वह फरार हो गया। करीब छह महीने तक पुलिस टीमें जयपुर, दिल्ली, अलीगढ़, आगरा और प्रयागराज में उसकी तलाश करती रहीं। आखिरकार उसकी लोकेशन दौसा में मिली। वहां वह बाबा बनकर एक आश्रम में रह रहा था। पुलिस ने उसे वहीं से गिरफ्तार कर लिया।
छह महीने बाद पकड़ा गया आरोपी
पूछताछ में उसने बताया कि 2020 में भी वह पैरोल लेकर भाग गया था और छह महीने बाद पकड़ा गया था। देवेंद्र ने कबूल किया कि 50 हत्याओं के बाद वह गिनती भूल गया था। उसने बिहार से बीएएमएस की पढ़ाई की थी। 1984 में पढ़ाई पूरी कर राजस्थान के दौसा में ‘जनता क्लीनिक’ नाम से अस्पताल खोला।