सार

Covid-19 In India: विशेषज्ञों का कहना है कि ये नए वेरिएंट पहले की तुलना में ज्यादा तेजी से फैलते हैं और ये वैक्सीन से बनी इम्युनिटी को कुछ हद तक धोखा दे सकते हैं।

Covid-19 In India: भारत में एक बार फिर कोविड-19 के मामले धीरे-धीरे बढ़ने लगे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, देश में अब 1009 सक्रिय मामले हैं, जो 19 मई को 327 थे। केरल, महाराष्ट्र, दिल्ली और गुजरात जैसे राज्यों में सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि इस बार नए ओमिक्रॉन सब-वेरिएंट्स NB.1.8.1 और LF.7 इसके पीछे हैं, जो JN.1 वेरिएंट से निकले हैं। नए वेरिएंट्स का प्रभाव भारतीय SARS-CoV-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (INSACOG) के अनुसार, तमिलनाडु में NB.1.8.1 और गुजरात में LF.7 वेरिएंट के मामले सामने आ रहे हैं। 

ये वेरिएंट पहले की तुलना में अधिक संक्रामक हैं

ये दोनों वेरिएंट JN.1 के सब-वेरिएंट हैं, जिसे विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट की श्रेणी में रखा है। इसका मतलब ये है कि इस वैरिएंट पर वैज्ञानिक नजर रख रहे हैं। हालांकि, भारत में जो नए वैरिएंट दिख रहे हैं इन्हें अभी "वेरिएंट ऑफ कंसर्न" यानी चिंता का विषय नहीं माना गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि ये वेरिएंट पहले की तुलना में अधिक संक्रामक हैं और टीकों से मिली इम्युनिटी को कुछ हद तक चकमा दे सकते हैं। फिर भी, अच्छी खबर यह है कि ये अभी तक गंभीर बीमारी का कारण नहीं बन रहे हैं। अधिकांश मरीजों में हल्के लक्षण ही देखे जा रहे हैं। यानी अभी ये स्वास्थ्य विभाग के लिए गंभीर चिंता का विषय नहीं है। 

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क्या हैं इसके लक्षण?

नए वेरिएंट्स के लक्षण पहले के ओमिक्रॉन वेरिएंट्स जैसे ही हैं। मरीजों में आमतौर पर बुखार, गले में खराश, हल्की खांसी, थकान और सिरदर्द देखा जा रहा है। कुछ मामलों में पेट से संबंधित समस्याएं, जैसे भूख न लगना और उल्टी की शिकायत भी सामने आई है। कोविड महामारी के समय लोगों को स्वाद ना आने और गंध ना आने की शिकायत बड़े पैमाने पर थी। इन नए वैरिएंट में ये लक्षण नहीं दिख रहे हैं। अधिकतर मरीज बिना अस्पताल में भर्ती हुए कुछ ही दिनों में ठीक हो रहे हैं।