नई दिल्ली. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) दूषित हो चुकी यमुना नदी की स्वच्छता के लिए सीवर लाइन तकनीक में बदलाव करने जा रह हैं। 18 नवंबर को केजरीवाल ने कहा कि 2025 तक यमुना की सफाई कर दी जाएगी। केजरीवाल ने कहा कि झुग्गी झोपड़ी की गंदगी को सीवर में डाला जाएगा। दिल्ली के के मुख्यमंत्री ने एक प्रेस कान्फ्रेंस में कहा-हम सब दिल्लीवालों को मिलकर मिशन मोड में यमुना की सफ़ाई करनी है। इसके लिए बहुत बड़े स्तर पर पूरा प्लान शुरू कर दिया है।
टेक्नोलॉजी बदलने का काम किया जा रहा है
केजरीवाल ने कहा-यमुना में बिना साफ किए हुए सीवर गिरा दिए जाते हैं। दिल्ली में हमारे पास 600 MGD सीवर साफ करने की क्षमता है, लेकिन हमें 750-800 MGD की ज़रूरत है। सीवर ट्रीटमेंट के नए प्लांट बनाने, पुराने प्लांटों की क्षमता बढ़ाने और टेक्नोलॉजी बदलने का काम कर रहे हैं। बहुत सारी इंडस्ट्री वेस्ट को नालों में डाल देती हैं, इसपर नकेल कसेंगे। जो इंडस्ट्री ट्रीटमेंट के लिए वेस्ट नहीं भेजेगी उसे बंद किया जाएगा।
नए सीवर ट्रीटमेंट प्लांट बनाए जा रहे हैं
केजरीवाल ने बताया कि दिल्ली में नालों की सफाई को लेकर कई प्रयास किए जा रहे हैं। ओखला, रिठाला सहित कई जगहों पर नए सीवर ट्रीटमेंट प्लांट बनाए जा रहे हैं। इसके अलावा जो प्लांट पहले से चल रहे हैं, वे अपने पुराने हिसाब से चलते रहे हैं, उनकी तकनीक बदली जा रही है। इस प्रक्रिया के बाद सीवर का पानी साफ होकर बाहर निकलेगा। केजरीवाल ने माना कि दिल्ली में सारे नाले गंदे बहते हैं। इसलिए एक अलग तरह की टेक्नोलॉजी के जरिये उनका पानी साफ किया जाएगा। साथ ही कुछ नालों को डायवर्ट किया जाएगा।
दिल्ली सरकार ने बताए 6 एक्शन पॉइंट
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने बताया कि नजफगढ़ और गाजीपुर ड्रेन की सफाई का काम शुरू कर दिया गया है। गंदगी फैलाने वालीं इंडस्ट्रीज के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा। सरकार इंडस्ट्रियल वेस्ट पर काम कर रही है। जो भी इंडस्ट्री वेस्ट नहीं भेजेगी, उसे बंद करा दिया जाएगा। झुग्गियों से निकलने वाली गंदगी को सीवर में डाला जाएगा। केजरीवाल ने कहा कि यमुना को गंदा होने में 70 साल लगे हैं, ये एक दिन में ठीक नहीं होगी, अगले चुनाव से पहले साफ पानी में डुबकी लगाऊंगा। ये हैं दिल्ली सरकार के 6 पॉइंट...
1. दिल्ली में जो भी सीवर अनट्रीटेड हैं और यमुना में गिरा दिए जाते हैं, उनके ट्रीटमेंट पर युद्ध स्तर पर काम होगा। नए सीवर ट्रीटमेंट प्लांट बनाए जा रहे हैं। पुरानों की कैपेसिटी बढ़ाई जा रही है। टेक्नॉलाजी बदली जा रही है।
2. दिल्ली के 4 गंदे नालों की सफाई होगी, कुछ को डायवर्ट किया जाएगा।
3. वेस्टेज यमुना में बहाने वाली इंडस्ट्रीज के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी, उन्हें बंद कराया जाएगा।
4. झुग्गी झोपड़ियों में बने सुलभ काम्पलेक्स की गंदगी नालियों में बहा दी जाती है, इनकी गंदगी सीवर से अटैच होगी।
5.घर तक के सीवर तक कनेक्शन होंगे। इनका चार्ज कम कर दिया गया है। पहले महंगा होने से कई लोगों ने कनेक्शन नहीं लिए थे।
6. सीवर नेटवर्क को अलग करने (dissenting) का काम शुरू हो चुका है, 2025 तक यमुना साफ कर देंगे।
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