Operation Sindoor: ‘मेड इन चाइना’ सामान यूं ही नहीं पूरी दुनिया में बदनाम है। चीनी सामान पर कोई भरोसा नहीं करता। भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे टकराव से जिस तरह की खबरें आ रही हैं पाकिस्तानी सेना चीनी माल इस्तेमाल करने से शर्मसार है। 

पाकिस्तानी एयर फोर्स के एक JF-17 लड़ाकू विमान ने गुरुवार रात भारतीय जेट विमानों पर एक चीनी PL-15 मिसाइल दागी। हवा से हवा में मार करने वाली इस मिसाइल की बड़ी चर्चा थी, लेकिन असली लड़ाई में यह फेल हो गई। मिसाइल बिना फटे ही पंजाब के होशियारपुर के पास एक खेत में गिर गया।

8-9 मई की दरम्यानी रात को पाकिस्तान द्वारा पश्चिमी सीमा पर कई ड्रोन और गोला-बारूद आधारित हमले शुरू करने के बाद यह मिसफायर हुआ। भारतीय सेना के अनुसार, ऑपरेशन सिंदूर के तहत सभी हमलों को “प्रभावी ढंग से विफल” कर दिया गया, जो वैश्विक मंच पर भारत की सैन्य सटीकता को प्रदर्शित करता है।

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PL-15 लंबी दूरी की हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल का मिसफायर तब हुआ जब भारत ने बुधवार रात पाकिस्तान की बढ़ती हरकतों के जवाब में लाहौर में एक चीनी  HQ-9B एयर डिफेंस सिस्टम को निष्क्रिय कर दिया। दो दिन में दो चीनी हथियारों की विफलता सामने आई है। ऐसा लगता है कि चीन और पाकिस्तान के बीच तथाकथित “हर मौसम की दोस्ती” ऐसे हथियारों पर बनी है जो किसी भी मौसम में काम नहीं करते।

यह घटनाक्रम बुधवार तड़के भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा पहलगाम में 22 अप्रैल के आतंकी हमले के जवाब में शुरू किए गए ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) में नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक मिसाइल हमलों के बाद हुआ। रक्षा मंत्रालय ने गुरुवार को दोहराया कि भारत में सैन्य ठिकानों पर किसी भी हमले का "उचित जवाब" दिया जाएगा।

जैसे-जैसे भारत सटीक हमलों और तकनीकी श्रेष्ठता के साथ अपना दबदबा बना रहा है, पाकिस्तान के पास चीनी हार्डवेयर ही बचा है जो हथियारों से ज़्यादा प्रॉप्स की तरह काम करता है। खराब मिसाइलों से लेकर नष्ट रक्षा प्रणालियों तक, ऐसा लगता है कि तथाकथित “लोहे के भाई” मारक क्षमता के बजाय विफलता गढ़ रहे हैं।