नई दिल्ली: केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने ONGC, जोरहाट के तत्कालीन DGM (MS) और एक संविदा मेडिकल ऑफिसर (ऑक्यूपेशनल हेल्थ) समेत 10 आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया है। इन पर आरोप है कि इन्होंने 2019 से 2022 के दौरान 8 निजी मेडिकल दुकानों के मालिकों और कुछ अज्ञात लोगों के साथ मिलकर आपराधिक साजिश रची। एजेंसी ने एक बयान में यह जानकारी दी।
 

CBI के मुताबिक, आरोप है कि 8 पैनल में शामिल मेडिकल दुकानों के मालिकों ने ONGC के लाभार्थियों और उनके आश्रितों की जानकारी के बिना, फर्जी मांग पर्चियों के आधार पर 45 लाख रुपये के झूठे और फर्जी बिलों का दावा किया। CBI ने बताया कि सभी आरोपियों के अलग-अलग घरों पर तलाशी ली गई, जिसमें कुछ संदिग्ध दस्तावेज मिले हैं। मामले की जांच जारी है। (ANI)