बेंगलुरु में ऑनलाइन गेमिंग की लत के चलते एक 19 वर्षीय युवक ने आत्महत्या कर ली। कर्ज में डूबे युवक पर साहूकारों का दबाव बढ़ता गया, जिसके बाद उसने यह दुखद कदम उठाया।

बेंगलुरु : स्कूल-कॉलेज जाने वाले बच्चों को अगर खुद का मोबाइल फोन दिया जाए तो वे ऑनलाइन गेमिंग के आदी हो जाते हैं, ऐसी खबरें आए दिन सुनने को मिलती हैं। इसके बावजूद, एक युवक प्रवीण ऑनलाइन गेमिंग का शिकार हो गया।

बेंगलुरु के बाहरी इलाके के.आर. पुर पुलिस थाना क्षेत्र में रहने वाले युवक प्रवीण (19) ने आत्महत्या कर ली। यह घटना 10 दिन पहले हुई थी, जिसके बाद उसके माता-पिता ने के.आर. पुरम थाने में शिकायत दर्ज कराई। उनकी शिकायत के आधार पर एफआईआर दर्ज कर पुलिस ने मामले की जांच की। इस दौरान पुलिस को पता चला कि प्रवीण ऑनलाइन गेमिंग का शिकार हुआ था।

युवा प्रवीण ऑनलाइन गेमिंग का आदी हो गया था और कॉलेज भी नहीं जाता था, घर पर ही रहता था। माता-पिता और घरवालों के काम पर जाने के बाद वह कमरे में बैठकर ऑनलाइन गेम खेलता था। अपने ऑनलाइन गेम के सब्सक्रिप्शन, गेम एंट्री फीस और गेम पर लगाए जाने वाले दांव के लिए उसने दोस्तों और ऑनलाइन ऐप्स से कर्ज लिया था। बाद में, कर्ज चुकाने के लिए साहूकारों का प्रवीण पर दबाव बढ़ गया था।

परिवारवालों को बिना बताए कर्ज लेने वाले प्रवीण ने सोचा कि वह ऑनलाइन गेमिंग से ही अपने खोए हुए पैसे वापस पा लेगा। उसने फिर से कर्ज लिया और ऑनलाइन गेम में पैसे लगाए। इससे कर्ज का बोझ बहुत बढ़ गया। इसके बाद कर्ज देने वालों ने उसे ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। वे उसे दूसरी जगहों से कर्ज लेकर ऑनलाइन गेम खेलने के लिए मजबूर करते थे और उसकी जीत की रकम खुद रख लेते थे। इसी वजह से परेशान होकर उसने आत्महत्या कर ली, ऐसा मृतक प्रवीण के माता-पिता का आरोप है।