कोलकाता। पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव (Bengal Panchayat Elections 2023) के लिए शनिवार को मतदान हुआ था। इस दौरान जमकर हिंसा हुई और बूथ लूटे गए। हिंसा की घटनाओं में 19 लोगों के मारे जाने की खबरें सामने आईं। मतदान के एक दिन बाद राज्य चुनाव आयोग ने रविवार को घोषणा किया कि हिंसा प्रभावित 697 बूथों में फिर से वोट डाले जाएंगे। इन बूथों पर सोमवार को कड़ी सुरक्षा के बीच लोग वोट डाल रहे हैं। ये मतदान केंद्र राज्य के 19 जिलों में हैं। यहां सुबह सात बजे से शाम पांच बजे तक मतदान होगा।

पुनर्मतदान से पहले कूचबिहार में हिंसा
कूचबिहार जिले में सोमवार को हो रहे पुनर्मतदान से पहले हिंसा भड़क गई। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने उसके कार्यकर्ता के घर में तोड़फोड़ की। रविवार की रात अज्ञात बदमाशों ने कांग्रेस प्रत्याशी नूरनहर बीबी के घर पर हमला कर बम फेंके और फायरिंग की।

शनिवार को हिंसा की सबसे अधिक घटनाएं मुर्शिदाबाद जिले में हुईं थी। इसके 175 मतदान केंद्रों पर फिर से वोट डाले जा रहे हैं। इसी तरह माल्दा के 110, नादिया के 89, कूचबिहार के 53, उत्तर 24 परगना के 46, उत्तर दिनाजपुर के 42, दक्षिण 24 परगना के 36, पूर्ब मेदिनीपुर के 31, हुगली के 29, दक्षिण दिनाजपुर के 18, जलपाइगुड़ी के 14, बीरभूम के 14, पश्चिम मेदिनीपुर के 10, बांकुड़ा के 8, हावड़ा के 8, पश्चिम बर्धमान के 6, पुरुलिया के 4, पूर्व बर्धमान के 3 और अलीपुरद्वार के 1 मतदान केंद्र पर फिर से मतदान हो रहा है। दार्जिलिंग, झाड़ग्राम और कलिम्पोंग जिलों में दोबारा मतदान नहीं होगा।

पंचायत चुनाव के दौरान हुई हिंसा में मारे गए थे 19 लोग

बंगाल में शनिवार को पंचायत चुनाव के दौरान हुई हिंसा में 19 लोग मारे गए थे। कई मतदान केंद्र को लूट लिया गया था। बैलेट बॉक्स को लूटकर उपद्रवी ले गए थे। लोग बैलेट बॉक्स को लेकर भागते और उसे नाले में फेंकते दिखे थे। राज्य चुनाव आयोग ने सभी जिलों के डीएम से चुनाव के दौरान हुई हिंसा पर विस्तृत रिपोर्ट मांगा है।

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बंगाल की त्रिस्तरीय पंचायत प्रणाली की कुल 73,887 सीटों पर मतदान हुआ था। इनमें 2.06 लाख उम्मीदवार मैदान में थे। अस्थायी रूप से 66.28 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। राज्य के ग्रामीण इलाकों में रहने वाले 5.67 करोड़ लोग मतदान करने के पात्र थे।