बांग्लादेश में एक हफ्ते में दो हिंदुओं की पीट-पीटकर हत्या पर भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। विदेश मंत्रालय ने अल्पसंख्यकों पर हिंसा को चिंताजनक बताया और दोषियों को सख्त सजा देने की मांग की। राजबाड़ी में अमृत मंडल की भीड़ ने हाल ही में हत्या की।
नई दिल्ली। भारत ने बांग्लादेश में एक हफ्ते के भीतर दो हिंदुओं की पीट-पीटकर की गई निर्मम हत्या पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। हिंदुओं को निशाना बनाने वाली हाल की घटनाओं को चिंताजनक बताते हुए भारत ने चेतावनी दी है कि इस तरह की हिंसा को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। शुक्रवार 26 दिसंबर को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, नई दिल्ली ने सीमा पार हो रहे घटनाक्रमों पर गंभीरता से ध्यान दिया है। इन हमलों को किसी सूरत में नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। उम्मीद है कि बांग्लादेश सरकार दोषियों की पहचान कर उन्हें सख्त सजा देगी।
हिंदुओं के प्रति लगातार दुश्मनी चिंता का सबब
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जायसवाल ने कहा, "बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ लगातार दुश्मनी बहुत चिंता का विषय है। हम बांग्लादेश में एक हिंदू युवक की हालिया हत्या की निंदा करते हैं और उम्मीद करते हैं कि अपराध के दोषियों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा।" यह टिप्पणी बांग्लादेश में एक और हिंदू शख्स की पीट-पीटकर हत्या किए जाने के एक दिन बाद आई है।
बांग्लादेश के राजबाड़ी में एक और हिंदू की निर्मम हत्या
रिपोर्ट्स के मुताबिक, बुधवार को ढाका से लगभग 145 किमी पश्चिम में राजबाड़ी शहर के पांग्शा उप जिला में अमृत मंडल उर्फ सम्राट को भीड़ ने जबरन वसूली के आरोप में पीट-पीटकर मार डाला। पुलिस ने बताया कि मंडल पर जबरन वसूली और दूसरी गैर-कानूनी गतिविधियों में शामिल एक क्रिमिनल गैंग का लीडर होने का शक था। घटना वाले दिन, उसने और उसके कुछ साथियों ने कथित तौर पर गांव के एक घर से पैसे वसूलने की कोशिश की। इसके बाद गांव वालों ने उसे इतना पीटा कि अस्पताल में उसने दम तोड़ दिया।
मंडल के एक साथी को पुलिस ने किया गिरफ्तार
बाद में अमृत मंडल के शव को पोस्टमार्टम के लिए राजबाड़ी सदर अस्पताल भेजा गया। घटना के बाद उसके ज्यादातर साथी इलाके से भाग गए, लेकिन पुलिस ने बताया कि एक आदमी को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसके पास से हथियार बरामद किए गए हैं। जांचकर्ताओं ने यह भी बताया कि मंडल के खिलाफ कम से कम दो मामले दर्ज थे, जिसमें एक हत्या का मामला भी शामिल था।


