सार

विशाखापत्तनम के एक बालिका गृह में लड़कियों को नींद की गोलियों का ओवरडोज़ देकर प्रताड़ित किया जा रहा था। पीड़ित लड़कियों ने दीवार पर चढ़कर जान देने की धमकी दी और आपबीती सुनाई।

विशाखापत्तनम। आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में एक किशोर गृह में रखी गई लड़कियों के साथ अत्याचार का मामला प्रकाश में आया है। यहां लड़कियों को जानबूझकर नींद की गोलियों की अधिक खुराक की जा रही थी। इसे बाद उनपर जुल्म ढाया जा रहा था।

किशोर गृह का स्टाफ नींद की दवा अधिक देकर लड़कियों को मानसिक रूप से अस्थिर बनाकर प्रताड़ित कर रहा था। मामला विशाखा वैली स्कूल के पास स्थित बालिकाओं के किशोर गृह की है।

दीवार पर चढ़कर जान देने की धमकी देने लड़ीं लड़कियां

किशोर गृह की कुछ लड़कियां पिछले दिनों परिसर की दीवार पर चढ़ गईं और चीख-चीखकर अपने साथ हो रहे अत्याचार के बारे में बताया। लड़कियों ने दीवार से कूदकर जान देने की धमकी दी। कुछ मिनटों के बाद वे सड़क पर आ गईं। सड़क पर उनके माता पिता भी थे। सभी ने किशोर गृह के प्रबंधक के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। बुधवार को लड़कियों के चिल्लाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इसके बाद राज्य सरकार ने जांच के आदेश दिए हैं।

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अस्पताल के अधिकारी जांच करेंगे लड़कियों की स्वास्थ्य स्थिति

किशोर गृह की प्रभारी सुनीता ने बताया कि सीनियर अधिकारियों के निर्देश के बाद मानसिक देखभाल अस्पताल के अधिकारी पांच लड़कियों की स्वास्थ्य स्थिति की जांच करेंगे। ये लड़कियां पिछले तीन दिनों से दवा नहीं ले रही हैं। वे कर्मचारियों को ब्लैकमेल कर रही हैं। हमलोग पांच लड़कियों में से एक को हर रोज काउंसलिंग के लिए ले जा रहे थे। उसकी मानसिक स्थिति स्थिर नहीं है।