Ahmedabad Plane crash: Air India Flight AI-171 क्रैश मामले की जांच के लिए केंद्र सरकार ने हाई-लेवल कमेटी बनाई है। मंत्री राम मोहन नायडू ने बताया कि ब्लैक बॉक्स डिकोडिंग से हादसे के असली कारणों का पता चलेगा। जांच रिपोर्ट 3 महीनों में आने की उम्मीद है।
Ahmedabad Plane Crash: 12 जून को गुजरात के अहमदाबाद में हुए Air India फ्लाइट AI-171 के भीषण हादसे को लेकर केंद्र सरकार ने हाईलेवल कमेटी का गठन किया है। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू (Ram Mohan Naidu) ने शनिवार को घोषणा की कि सरकार ने इस हादसे की गहन जांच के लिए एक हाई-लेवल कमेटी गठित की है जो तीन महीने में रिपोर्ट सौंपेगी।
ब्लैक बॉक्स की डिकोडिंग से खुलेगा राज
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि Aircraft Accident Investigation Bureau (AAIB) को ब्लैक बॉक्स (Black Box) मिल चुका है जिसे शुक्रवार शाम 5 बजे बरामद किया गया। नायडू ने कहा: AAIB को विश्वास है कि ब्लैक बॉक्स की डिकोडिंग से हमें इस हादसे के ठीक पहले और दौरान की घटनाओं की पूरी सच्चाई जानने में मदद मिलेगी।
हादसे ने पूरे देश को झकझोरा: नायडू
प्रेस कॉन्फ्रेंस में नायडू ने पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि पिछले दो दिन बेहद कठिन रहे हैं। यह हादसा पूरे देश को हिला देने वाला था। मैंने व्यक्तिगत रूप से घटनास्थल का दौरा किया और देखा कि सभी विभागों की टीमें तत्परता से राहत कार्यों में लगी थीं।
क्या हुआ था 12 जून को?
Air India की फ्लाइट AI-171, जो अहमदाबाद से लंदन गैटविक (London Gatwick) के लिए उड़ान भर रही थी, टेकऑफ के महज 30 सेकंड बाद ही 650 फीट की ऊंचाई तक पहुंचकर गिरने लगी। विमान सीधे Civil Hospital मेघानीनगर के स्टूडेंट हॉस्टल और डॉक्टर्स क्वार्टर्स पर गिरा और आग का गोला बन गया। 230 यात्री और 12 क्रू सदस्य सवार थे जिनमें से 241 की मौत हो गई। सिर्फ एक ब्रिटिश नागरिक विश्वाश कुमार रमेश जीवित बच पाए।
बड़े पैमाने पर जांच शुरू, DGCA से लेकर Boeing तक शामिल
DGCA, AAIB, Boeing और अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञ एजेंसियां मिलकर हादसे की फुल-स्केल इन्वेस्टिगेशन में जुटी हैं। ब्लैक बॉक्स और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर दोनों मिल चुके हैं, जो जांच के लिए बेहद अहम साबित होंगे।
क्या है ब्लैक बॉक्स?
ब्लैक बॉक्स विमान में मौजूद एक विशेष रिकॉर्डर होता है, जो फ्लाइट डेटा और कॉकपिट ऑडियो को रिकॉर्ड करता है। यह अत्यधिक तापमान और झटकों को झेलने में सक्षम होता है और विमान हादसों की जांच में निर्णायक भूमिका निभाता है।