बेंगलुरु। लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Election 2024) में भाजपा को रोकने की रणनीति बनाने के लिए आज से बेंगलुरु में विपक्षी दलों की बैठक शुरू होगी। यह बैठक मंगलवार तक चलेगी। बैठक में 26 विपक्षी दलों के नेता शामिल हो सकते हैं। मीटिंग में शिरकत करने के लिए कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी भी पहुंचे हैं। ममता बनर्जी देर शाम तक पहुंचेंगी। शरद पवार और सुप्रिया सुले मंगलवार को पहुंचेंगे। रात में सोनिया गांधी, सभी नेताओं के लिए डिनर होस्ट कर रही हैं।

आठ विपक्षी पार्टियां जो पटना में पहली विपक्षी दलों की बैठक में शामिल नहीं हुए थे वे भी बेंगलुरु की बैठक में हिस्सा ले सकते हैं। ये पार्टियां हैं मरुमलारची द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एमडीएमके), कोंगु देसा मक्कल काची (केडीएमके), विदुथलाई चिरुथिगल काची (वीसीके), रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (आरएसपी), ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल), केरल कांग्रेस (जोसेफ) और केरल कांग्रेस (मणि)।

मतभेद दूर करने की कोशिश कर रहे हैं विपक्षी दल

लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर सभी विपक्षी दलों को साथ लाने की मुहीम चल रही है। इसके लिए 23 जून को पटना में पहली बैठक हुई थी। बेंगलुरु में विपक्षी दलों की दूसरी बैठक होने जा रही है। विपक्षी दल अपने मतभेदों को दूर कर और नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ एकजुट होने की कोशिश कर रहे हैं।

सोनिया गांधी पहुंची

बेंगलुरु बैठक में कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी भी शामिल होंगी। वह सोमवार को राहुल गांधी के साथ पहुंची हैं। इसके साथ ही कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार, टीएमसी सुप्रीमो और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू नेता नीतीश कुमार, डीएमके नेता और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और आप के अरविंद केजरीवाल के साथ महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे समेत कई बड़े नेताओं के बैठक में भाग लेंगे।

पटना में हुई बैठक में शामिल हुए थे छह मुख्यमंत्री

इससे पहले 23 जून को पटना में हुए बैठक में विपक्षी दलों के छह मुख्यमंत्रियों (ममता बनर्जी, अरविंद केजरीवाल, भगवंत मान, हेमंत सोरेन, एम.के. स्टालिन और नीतीश कुमार) शामिल हुए थे। इसके साथ ही राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, शरद पवार, उद्धव ठाकरे, लालू यादव, अखिलेश यादव, सीताराम येचुरी, उमर अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती और अन्य नेताओं ने भी बैठक में हिस्सा लिया था।

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आम आदमी पार्टी बैठक में होगी शामिल

आम आदमी पार्टी भी बेंगलुरु में होने वाली बैठक में शामिल होगी। पहले आप के बैठक में शामिल होने पर संसय था। आप ने शर्त रखी थी कि कांग्रेस पहले दिल्ली अध्यादेश पर अपना स्टैंड साफ करे। रविवार को कांग्रेस ने ऐलान कर दिया कि वह संसद में दिल्ली अध्यादेश को लेकर लाए गए विधेयक का विरोध करेगी। इसके बाद आप ने भी कहा है कि वह विपक्षी दलों की बैठक में हिस्सा लेगी।