Maharashtra Political crisis: महाराष्ट्र में महाअघाड़ी सरकार पर संकट गहरा चुका है। शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे को मनाने के लिए प्रवक्ता संजय राउत ने यह कहकर समझौता को मन बना लिया है कि वह पार्टी की टूट को बचाने के लिए कांग्रेस व एनसीपी से गठबंधन तोड़ने को तैयार हैं। हालांकि, राउत के इस बयान के बाद एनसीपी ने गठबंधन धर्म की याद दिलाई है। उधर, बीजेपी राज्य में सरकार बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि बागी शिंदे के साथ मंत्रिमंडल को लेकर बातचीत भी शुरू हो चुकी है।
क्या कहा है संजय राउत ने?
दरअसल, शिवसेना में टूटन को रोकने के लिए अब उद्धव गुट, बागी गुट की बात मानने को तैयार होता दिख रहा है। एक दिन पहले ही बागी गुट के नेता शिंदे ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साथ बातचीत में एक शर्त रखी थी कि शिवसेना कांग्रेस व एनसीपी से गठबंधन तोड़े। गुरुवार को शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि बागी अगर वापस आते हैं तो पार्टी एनसीपी व कांग्रेस के साथ गठबंधन तोड़ने को तैयार है।
एनसीपी ने जताया ऐतराज...
हालांकि, संजय राउत के बयान पर एनसीपी ने कड़ा ऐतराज जताया है। शिवसेना नेता के बयान पर एनसीपी के कोटे से राज्य के सीनियर मिनिस्टर छगन भुजबल ने कहा कि ऐसे गैर जिम्मेदारी तरीके से बयान देना अनुचित है। सहयोगी दलों से कम से कम चर्चा करने के बाद कुछ भी बयान देना चाहिए।
बीजेपी सरकार बनाने की तैयारी कर रही
उधर, शिवसेना में फूट के बाद बीजेपी महाराष्ट्र में सरकार बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। दरअसल, शिवसेना के बागी गुट के पास 49 विधायक हैं। शिंदे के साथ पार्टी के 42 विधायक हैं तो सात निर्दलीय भी उनके साथ हैं। ऐसे में इन बागी शिवसेना विधायकों के साथ मिलकर बीजेपी ने सरकार बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। बीजेपी सूत्रों की मानें तो बागी शिवसेना गुट को भाजपा ने महाराष्ट्र मंत्रिमंडल में 8 कैबिनेट और 5 राज्यमंत्री पद ऑफर किया है। साथ ही केंद्र में दो मंत्री बनाने का संदेशा भेज दिया है। सूत्रों की मानें तो दोनों के बीच डील करीब-करीब पक्की हो चुकी है।
गुवाहाटी से गोवा ले जाएंगे बागी विधायकों को...
बीजेपी महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए इस बार फुलप्रूफ तैयारी कर रही है। बागी विधायकों को सूरत से गुवाहाटी भेजा गया था। अब उनको गोवा ले जाने की तैयारी चल रही है। यहां विधायकों का परेड कराने के साथ, फाइनल टच देने के लिए सीधे महाराष्ट्र राजभवन में पेश किया जाएगा। फिर, सरकार का गठन होगा।
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