सार
प्रवर्तन निदेशालय (ED) की जांच में सामने आया है कि प्रवीण राउत की एक फार्म ने एक ट्रस्ट में करोड़ों रुपए ट्रांसफर किए थे। बताया जाता है कि इस ट्रस्ट को एक बड़ी राजनीतिक परिवार चलाता है।
मुंबई. PMC बैंक घोटाले के चलते शिवसेना नेताओं की मुसीबतें कम होने के नाम नहीं ले रही हैं। अब प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शिवसेना नेता संजय राउत के करीबी माने जाने वाले प्रवीण राउत के खिलाफ जांच शुरू कर दी है। जिसमें सामने आया है कि इस नेता ने अपने खाते से कई करोड़ रुपए ट्रांसफर किए गए थे। जिसको लेकर जल्द ही ईडी ने उन्हें समन भेज तलब करने वाली है। बता दें कि इसी मामले में सोमवार को संजय राउत की पत्नी से जांच एजेंसी ने करीब तीन घंटे पूछताछ की थी।
जांच में अंडरवर्ल्ड की भूमिका का भी शामिल
प्रवर्तन निदेशालय (ED) की जांच में सामने आया है कि प्रवीण राउत की एक फार्म ने एक ट्रस्ट में करोड़ों रुपए ट्रांसफर किए थे। बताया जाता है कि इस ट्रस्ट को एक बड़ी राजनीतिक परिवार चलाता है। वहीं एंजेसी के अधिकारियों को पचा चला है कि इस घोटाले में अंडरवर्ल्ड की भूमिका का भी शामिल है।
ED ने जब्त की 1100 एकड़ जमीन
जांच में सामने आया है कि यह रकम उसी अमाउंट का हिस्सा है जिसे HDIL के प्रमोटर्स वर्धवान बंधुओं ने PMC बैंक से लिया था। इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय इन बंधुओं की 1100 एकड़ जमीन को जब्त कर चुकी है। जिसमें उनके लग्जरी बंगले और अन्य कई संपति को शामिल किया गया है।
इसी करीबी ने संजय राउत की पत्नी वर्षा के अकाउंट में भेजे थे 55 लाख
बता दें कि तीन दिन पहले प्रवर्तन निदेशालय ने जांच करते हुए संजय राउत के करीबी प्रवीण राउत की 72 करोड़ रुपए की संपत्ति को अटैच किया था। प्रवीण एक कंस्ट्रक्शन कंपनी चलाता है जिसका नाम 'अवनी कंस्ट्रक्शन' है और वह खुद ही इसका डायरेक्टर है। जिसमें प्रवीण की पत्नी माधुरी और संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत इस कंपनी में पार्टनर हैं। जांच में सामने आया था कि माधुरी ने अपने खाते से 55 लाख रुपए वर्षा के अकाउंट में भेजे थे। जिसको लेकर ED वर्षा राउत से पूछताछ कर रही है।
क्या है PMC बैंक घोटाला
बता दें कि साल 2019 में PMC बैंक में फर्जी खातों के जरिए एक डेवलपर को 6500 करोड़ रुपए का कर्ज देने का मामला सामने आया था। जिसके चलते रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने PMC बैंक पर कड़े प्रतिबंध लगा दिए थे।
वहीं इस मामले में सारंग वाधवान और राकेश वाधवान को हिरासत में लिया था। जिनकी वजह से PMC बैंक को डूबोने में जो 44 खाते मिले थे उनमें से करीब 10 एकाउंट्स से HDIL के बताए गए थे।