सार

मुंबई से एक चाइल्ड अब्यूज का मामला सामने आया है सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म फेसबुक पर ये स्टोरी लोगों का ध्यान खींचे हुए है आइए जानते हैं कि आखिर 7 साल की बच्ची ने कैसी वो भयावह हरकतें झेली जिससे वह आज तक उबर नहीं पाई है
 

मुंबई: हैदराबाद गैंगरेप मामले के बाद महिलाओं के साथ होने वाली देश के अलग-अलग क्षेत्र से यौन शोषण की घटनाएं सामने आ रही हैं। इस बीच मुंबई से एक चाइल्ड अब्यूज का मामला सामने आया है। सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म फेसबुक पर ये स्टोरी लोगों का ध्यान खींचे हुए है। आइए जानते हैं कि आखिर 7 साल की बच्ची ने कैसी वो भयावह हरकतें झेली जिससे वह आज तक उबर नहीं पाई है।

मुंबई में रहने वाली एक सौम्या (काल्पनिक नाम) बिन बाप की बच्ची है। उसके पिता नहीं थे तो मां ने ही पाला-पोसा। मां ने कभी भी बेटी को पिता की कमी महसूस नहीं होने दी। वो नाना-नानी के साथ ही रहते थे। सिंगल पैरेंट होने के नाते बच्ची की मां को भी रिश्तेदार बहुत इज्जत और मान-सम्मान देते थे।

फूफा को मानती थी पिता के समान

सौम्या अपनी बुआ और फूफा के घर आती-जाती रहती थी। कजिन्स उसके हमउम्र थे और वो उनके साथ खेलकूद कर बड़ी हो रही थी। वो इंतजार करती कि कब छुट्टियां पड़े और वो बुआ के घर जाए।  उसके फूफा एक सख्त मिजाज इंसान थे लेकिन सौम्या के साथ बहुत घुल-मिलकर रहते थे। उस पर बहुत लाड़-प्यार लुटाते थे, उसके लिए मिठाई लेकर आते थे।  सौम्या अपने फूफा जी को बहुत अच्छा इंसान मानती थी, क्योंकि बचपन से उसने कभी पिता को नहीं देखा था, उसे नहीं पता था पापा का प्यार कैसा होता है इसलिए वह उनकी बहुत इज्जत करती थी।

और फिर एक दिन.......

एक बार गर्मी की छुट्टियों में सौम्या अपने बुआ के घर गई। वह बहुत खुश थी। घर पर सबसे मिली लेकिन फूफा कहीं नहीं थे तो उसने बुआ से पूछा कहां हैं? इशारा मिलने पर वो दौड़ती हुई ऊपर कमरे में गई जहां उसके फूफा जी बिस्तर पर लेटे हुए थे। वह उनके पास गई और नमस्ते बगैरह किया तब उसे अजीब सी बदबू आई। उसे समझ आया कि अरे ये तो शराब की स्मैल है।

घबराओ मत कहकर गलत जगह छुआ

सौम्या बताती हैं कि, मुझे देख उन्होंने शराब की बोतल साइड में रख दी, फिर मुझे अपने पास बुलाया, मेरी पढ़ाई, छुट्टी के बारे में पूछते हुए उन्होंने अचानक मुझे गोद में उठा लिया। वह मुझसे कह रहे थे कि कंफर्टेबल रहो और उन्होंने अपने हाथ धीरे-धीरे मेरे सीने पर चलाए, मैं घबराकर भागने लगी तो बोले डरो मत मेरी बच्ची और दोनों हाथ थाइज (जांघों) पर रख दिए। मैं डर गई और मुझे इसके बाद कुछ याद नहीं रहा। मैं खुद को छुड़ाकर नीचे भाग आई और कार में बैठ गई।

मां ने खत्म कर दिए सारे रिश्ते

हम घर आ गए मैं बहुत डरी हुई थी। इकलौती बेटी होने के नाते मां मेरी हर मूवमेंट को समझ जाती थीं। मैं सात साल की तो थी उन्होंने पूछा क्या हुआ और मैंने सब बता दिया। मम्मी ने बुआ को घर बुलाया और फिर उनके घर से सारे रिश्ते खत्म कर दिए। मैंने उसके बाद उस घटिया शख्स को कभी नहीं देखा। मैं इस घटना से 15 साल की होने पर भी उबर नहीं पाई हूं।

बच्चे होते हैं सॉफ्ट टारगेट
 
सौम्या कहती हैं कि ये सबके साथ होता है, बच्चे ऐसे लोगों के लिए सॉफ्ट टारगेट होते हैं, वो विरोध नहीं सकर सकते, भाग नहीं सकते, उन्हें समझ ही नहीं होती कि उनके साथ क्या हो रहा है। चाइल्ड अब्यूज की घटनाएं दुनिया भर में हैरान कर देने वाली होती हैं। कई बार आस-पड़ोस के लोग और अपने ही अपराधी निकलते हैं। ये घटनाएं बच्चों को भीतर तक दर्द और छटपटाहट से भर देती हैं। हैदराबाद में हुए गैंगरेप केस के बाद सौम्या ने अपने साथ हुई घटना को  ह्यूमंस ऑफ बॉम्बे के पेज पर साझा किया है।

(फाइल फोटो), सौम्या