सार

क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले दिग्गज खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर ((sachin tendulkar) मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में 2300 बच्चों की पढ़ाई की जिम्मेदारी उठाएंगे। सचिन ने बच्चों की सहायता के लिए एक गैर सरकारी संगठन के साथ हाथ मिलाया है। तेंदुलकर ने 'एनजीओ परिवार' के साथ साझेदारी की है, जिसने मध्य प्रदेश के सीहोर जिले के दूरदराज के गांवों में सेवा कुटीर बनाए हैं। सचिन मंगलवार को सेवनिया में सेवा कुटीर के बच्चों से मिले और उनका हाल जाना और उन्हें बेहतर सुविधा मुहैया कराने का आश्वासन दिया। 
 

सीहोर। क्रिकेट के मास्टर ब्लास्टर और भारत रत्न सचिन तेंदुलकर (sachin tendulkar) मंगलवार को मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के दौरे पर थे। वे सबसे पहले इंदौर (Indore) पहुंचे। इसके बाद दोपहर में सीहोर (Sehore) जिले के आदिवासी गांव सेवनिया (Sevinaya) आए। सचिन ने यहां श्रीराम कृष्ण विवेकानंद सेवा कुटीर (Ramakrishna vivekanand seva kutir) को गोद लिया है। यह संस्था गांवों में बच्चों की शिक्षा और न्यूट्रीशन का काम करती है। सचिन मध्य प्रदेश में 5 कुटीर गोद लिए हैं। वे 2300 बच्चों की शिक्षा-दीक्षा का खर्च उठाते हैं। ये बच्चे 10 साल तक सुविधाओं का लाभ उठा सकेंगे। ये कुटीर सेवनिया के अलावा, वीलपाठी, जामुनझील, खापा और नयापुर में हैं। 

सेवनिया कुटीर में 160 बच्चे हैं। इन्होंने इसी साल 24 अप्रैल को सचिन को वीडियो कॉल कर जन्मदिन की बधाई दी थी और उन्हें गांव आने का न्यौता दिया था, इसलिए सचिन उनसे अब 16 नवंबर को मिलने के लिए गांव आए। सचिन ने इन बच्चों के साथ कुटीर के आंगन में क्रिकेट खेला। वे यहां 45 मिनट तक रुके। उन्होंने बच्चों से कहा कि आप सिर्फ पढ़ो। आपके सपने मैं पूरे करूंगा। इसके बाद सचिन देवास जिले में खातेगांव तहसील के संदलपुर स्थित परिवार एजुकेशन सोसायटी पहुंचे। बाद में वे भोपाल आए और होटल ताज में डिनर किया। शाम को सीएम निवास पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात की। इसके बाद प्लेन से मुंबई चले गए। सचिन ने बच्चों से मुलाकात का दिन  16 नवंबर इसलिए भी चुना है, क्योंकि यह दिन सचिन के लिए बेहद खास है। इसी दिन सचिन ने 2013 में क्रिकेट से संन्यास लिया था। 

 

जब सचिन ने बच्चों के साथ खेला क्रिकेट
सचिन ने सेवनिया कुटीर के आंगन में बैट पकड़ा और क्रिकेट खेलने लगे। उन्होंने नसरुल्लागंज के स्टूडेंट गौरीश लखेरा की चार गेंदे खेलीं। दो बॉल पर शॉट मारने के बाद उन्होंने फील्डर्स से पूछा- कैच लेंगे? फील्डर्स ने बोला- हां, तो सचिन ने दो बॉल पर लंबे शॉट लगाए। इस पर एक कैच पास ही खड़े गांव के लड़के ने ले लिया। बता दें कि सचिन ने कोरोनाकाल में इन बच्चों के परिवारों को 3-3 हजार रुपए की आर्थिक मदद की थी। ये कुटीर महामारी में भी संचालित होते रहे।

संदलपुर में अगले साल क्रिकेट टूर्नामेंट, सचिन को न्यौता देंगे
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chauhan) ने सचिन से काफी देर तक बातचीत की। उन्होंने सचिन ने कहा है कि वे उनके परिवार फाउंडेशन को मध्य प्रदेश में पूरा सहयोग देंगे। सरकार उनके साथ काम भी करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि 2022 में संदलपुर में क्रिकेट टूर्नामेंट होने जा रहा है, इसमें सचिन को आने का न्यौता दिया है। शिवराज ने ट्वीट किया- क्रिकेट के के भगवान सचिन तेंदुलकर का मध्य प्रदेश आगमन पर गर्मजोशी से स्वागत किया। मास्टर ब्लास्टर से आज आवास पर मिल कर बहुत अच्छा लगा। आपको यहां अपने बीच पाकर हमें खुशी हो रही है। हम आपके सभी भावी प्रयासों के लिए शुभकामनाएं देते हैं।

 

 

MP: सचिन ने 2300 आदिवासी बच्चों की पढ़ाई की जिम्मेदारी ली, बोले- इनके सपने साकार करेंगे, शिवराज से भी मिले