मोदी ने कहा, "हमारे यहां कितने ही बच्चों को यह पता ही नहीं होता है कि जिस चीता के बारे सुनकर वे बड़े हो रहे हैं वे उनके देश से पिछली शताब्दी में ही लुप्त हो चुके हैं। आज अफ्रीका के कुछ देशों और ईरान में चीता पाए जाते हैं, लेकिन भारत का नाम उस लिस्ट से बहुत पहले ही हटा दिया गया था। आने वाले वर्षों में बच्चों को इस विडंबना से नहीं गुजरना होगा। बच्चे चीता को कूनो नेशनल पार्क में दौड़ता देख पाएंगे। चीता के जरिए आज जंगल और जीवन का एक बड़ा शून्य भर रहा है।"
पीएम ने कहा, "आज 21वीं सदी का भारत पूरी दुनिया को संदेश दे रहा है कि इकोनॉमी और इकोलॉजी कोई विरोधाभासी क्षेत्र नहीं हैं। पर्यावरण की रक्षा के साथ ही देश की प्रगति भी हो सकती है, ये भारत ने दुनिया को करके दिखाया है। आज एक ओर हम विश्व की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था में शामिल हैं साथ ही देश के वन क्षेत्र में भी तेजी से विस्तार हो रहा है।"