घूमने फिरने का शौक भला किसे नहीं होगा। अब जब लोग सोशल मीडिया से ज्यादा से ज्यादा कनैक्ट हो रहे हैं, ट्रेवल, ट्रिप, घूमने-फिरने और चीजों को एक्सप्लोर करना तेजी से बढ़ गया है। बता दें कि जहां लोग घूमने-फिरने के लिए लॉन्ग वेकेशन जैसे समर और विंटर वेकेशन का इंतजार करते थे, अब वे 3-4 दिन के लॉन्ग वीकेंड में ही ट्रिप प्लान कर घूमने के लिए निकल जाते हैं। खास बात ये है कि जब लोग बच्चों के साथ गर्मी की छुट्टी में घूमने जाते थे, वो अब मानसून में हरियाली और नेचर की ब्यूटी देखने का प्लान बनाते हैं। बता दें कि भारतीय ट्रैवल इंडस्ट्री में एक बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है — और मानसून अब ‘ऑफ-सीजन’ नहीं, बल्कि नई ट्रैवलिंग चॉइस बन चुका है। सोशल मीडिया के बाद से अब शार्ट ट्रिप्स और मिनी-वेकेशन का चलन लोगों के बढ़ गया है। लोग अब यात्रा को लाइफस्टाइल का जरूरी हिस्सा मानते हैं।
कोक्स एंड किंग्स के डायरेक्टर करण अग्रवाल के मुताबिक, मानसून में ट्रैवल करना अब आसान और बजट-फ्रेंडली हो गया है। बेहतर कनेक्टिविटी, ऑफबीट डेस्टिनेशन, कम भीड़ और 15-25% तक कम होटल रेट्स ने मानसून ट्रैवल को और भी अट्रैक्टिव बना दिया है।
क्या कहती है इंडस्ट्री डेटा
- जुलाई से सितंबर के बीच ट्रैवल बुकिंग में 30% से ज्यादा का उछाल देखा गया है।
- एयरलाइंस और होटल में डोमेस्टिक ट्रैवल के लिए डबल डिजिट ग्रोथ देखने को मिला है।
मानसून में पसंद किए जाने वाले डेस्टिनेशन:
- हिल स्टेशन: मुन्नार, कूर्ग, महाबलेश्वर, शिलॉंग, केरल, साउथ इंडिया की खूबसूरत जगहें।
- रोमांटिक सिटी: उदयपुर, जयपुर
- बीच गेटवे: गोकर्ण, दीव
मानसून में क्यों बढ़ रहा है टूर-ट्रेवल में ज्यादा इंटरेस्ट:
यंगस्टर और सोशल मीडिया सेट कर रहा है ये नया ट्रेंड।
75% ट्रैवलर सोशल मीडिया से पाते हैं इंस्पिरेशन और बना रहे हैं मानसून के लिए प्लान।
मिनी ट्रिप्स में अब गहराई और माइंडफुल एक्सपीरियंस को दी जा रही प्रायोरिटी।
सोशल मीडिया में ट्रेवल ब्लॉगर हो या घूमने-फिरने के शौकीन, आए दिन वो अपने एक दिन के ट्रेवल इमेज और वीडियो को पोस्ट कर नेचर की खूबसूरती को दिखाते हैं, जो कई लोगों को प्रभावित करती है, जिससे लोग मानसून में ज्यादा-से-ज्यादा मानसून में वेकेशन प्लान कर रहे हैं।
अब ट्रैवल का मतलब सिर्फ "कितने दिन" नहीं, बल्कि "कितना अटैचमेंट और एक्सपीरियंस" हो रहा है — और मानसून, इन माइंडफुल छुट्टियों के लिए बिल्कुल परफेक्ट मौसम बन चुका है।