नॉर्वे में टूरिस्टों की बढ़ती संख्या को देखते हुए नया टूरिस्ट टैक्स लागू होगा। स्थानीय निकायों को 3% तक टैक्स लगाने का अधिकार होगा, जिससे टूरिस्ट सुविधाओं में सुधार होगा।
ओस्लो: नॉर्वे में नया टूरिस्ट टैक्स लगने वाला है। देश में टूरिस्टों की बढ़ती संख्या को देखते हुए ये फ़ैसला लिया गया है। ज़्यादा टूरिस्ट आने की समस्या से निपटने के लिए कई यूरोपीय देश ऐसे ही कदम उठा रहे हैं। हाल ही में खबर आई थी कि इटली भी टूरिस्ट टैक्स लगाने की सोच रहा है।
जिन इलाकों में टूरिस्ट ज़्यादा आते हैं, वहाँ रात में रुकने पर 3% टैक्स लगाने की इजाज़त स्थानीय निकायों को देने वाले टूरिस्ट टैक्स को नॉर्वे की संसद ने मंज़ूरी दे दी है। टूरिस्टों की संख्या के हिसाब से इस टैक्स को कम-ज़्यादा करने का अधिकार स्थानीय निकायों के पास होगा। इस टैक्स से मिलने वाला पैसा टूरिस्ट सुविधाओं को बेहतर बनाने में इस्तेमाल होगा। इससे टूरिस्टों और स्थानीय लोगों, दोनों को फ़ायदा होगा।
लोफोटेन द्वीप और ट्रॉम्सो जैसे मशहूर जगहों पर टूरिस्टों की संख्या बहुत बढ़ गई है, जिससे वहाँ की सुविधाओं पर दबाव बढ़ गया है। इस समस्या से निपटने के लिए भी ये टैक्स लगाया जा रहा है। नॉर्वे की व्यापार और उद्योग मंत्री सेसिली मिरसेथ ने इस फ़ैसले को ऐतिहासिक बताया है।
पिछले कुछ समय में नॉर्वे में टूरिस्टों की संख्या में काफ़ी बढ़ोतरी हुई है। पिछले साल 3.86 करोड़ टूरिस्टों ने देश के अलग-अलग जगहों पर रुकने के लिए बुकिंग कराई थी। ये पिछले साल के मुक़ाबले 4.2% ज़्यादा है। टूरिस्टों की बढ़ती संख्या से स्थानीय लोग परेशान हैं, ख़ासकर उन इलाकों में जहाँ पहले कम टूरिस्ट आते थे। माना जा रहा है कि टूरिस्टों की भीड़ से स्थानीय संसाधनों पर बुरा असर पड़ रहा है। ट्रॉम्सो में हुए एक सर्वे में 77% लोगों ने कहा कि बढ़ते टूरिस्टों की वजह से उन्हें दिक्कत हो रही है।
कई लोगों ने इस टैक्स का समर्थन किया है, तो कईयों ने विरोध भी जताया है। कुछ लोगों का कहना है कि स्थानीय सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए ये टैक्स ज़रूरी है। लेकिन नॉर्वेजियन एंटरप्राइज़ के ट्रैवल और टूरिज़्म विभाग ने इसे एक 'बेतुका' फ़ैसला बताया है। उनका मानना है कि इससे नॉर्वे आने वाले टूरिस्टों की संख्या कम हो जाएगी।
अनुमान है कि 2026 की गर्मियों तक ये टैक्स लागू हो जाएगा। तेज़ी से बढ़ते टूरिज़्म सेक्टर की चुनौतियों से निपटने के लिए नॉर्वे का ये फ़ैसला एक अहम कदम है। नॉर्वे स्थानीय लोगों की चिंताओं को दूर करने के साथ-साथ एक पर्यटन स्थल के तौर पर अपनी जगह बनाए रखना चाहता है। ऐसे में इस टैक्स के असर पर अच्छी तरह विचार किया जाएगा। नॉर्वे का मक़सद बेहतर सुविधाओं के साथ एक ऐसा टूरिज़्म मॉडल बनाना है जिससे सबको फ़ायदा हो।