आपने परियों की कहानियां तो बहुत सुनी होंगी, लेकिन क्या कभी परियों की पूजा होते देखी है? उत्तराखंड के गढ़वाल क्षेत्र में एक ऐसी जगह है, जिसे लोग ‘भारत का फेयरी लैंड’ कहते हैं। यह रहस्यमयी और पवित्र स्थल है खैट पर्वत (Khait Parvat) — जहां परियों को देवी का रूप मानकर पूजा जाता है। यहां की शांत वादियां, रहस्यमय पहाड़ और स्थानीय जनश्रुतियों ने इसे एक अनोखी पहचान दी है। मानसून हो या फिर विंटर वेकेशन परियों की कहानी में करते हैं, विश्वास तो एक बार यहां जरूर पहुंचे। प्रकृति के खूबसूरती से सजा ये पहाड़ परियों की दुनिया से कम नहीं है।
1. खैट पर्वत कहां है?
खैट पर्वत, उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित है। ये जगह समुद्र तल से लगभग 2,400 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर है।
2. क्यों कहा जाता है 'फेयरी लैंड'?
स्थानीय मान्यताओं के अनुसार खैट पर्वत पर परियों का वास है। यहां की महिलाएं “परी मां” के रूप में एक देवी की पूजा करती हैं, जो गांव और जंगलों की रक्षा करती हैं। ग्रामीणों का मानना है कि ये परियां रात के समय पहाड़ों पर नृत्य करती हैं और शुभ कार्यों में सहयोग देती हैं।
3. होती है परियों की पूजा
यहां 'परी देवी मंदिर' भी है, जहां साल में एक बार मेला लगता है। खासकर महिलाएं सफेद कपड़े पहनकर परियों की आराधना करती हैं। पूजा के दौरान ढोल-नगाड़ों की ध्वनि और पारंपरिक लोकगीतों के बीच एक दिव्य माहौल बनता है।
4. क्यों है खास ये जगह?
- ये जगह भीड़-भाड़ से दूर है,
- ट्रेकिंग के लिए बेस्ट
- आपको यहां मिलती है घना जंगल, पहाड़ी नदी, और बादलों से ढकी घाटियां।
- ये जगह उन यात्रियों के लिए स्वर्ग है, जो spiritual और soulful ट्रिप की तलाश में हैं।
5. ऋषिकेश से कैसे पहुंचें?
- ऋषिकेश से खैट पर्वत की दूरी: लगभग 60-70 किलोमीटर
- समय: करीब 2-2.5 घंटे सड़क मार्ग से
- रूट: ऋषिकेश → देवप्रयाग → रुद्रप्रयाग → अगस्त्यमुनि → कुंड → खैट
- निकटतम रेलवे स्टेशन: ऋषिकेश
- निकटतम हवाई अड्डा: जॉलीग्रांट, देहरादून
6. ठहरने की सुविधा
यहां आसपास गेस्ट हाउस, होमस्टे और कैंपिंग साइट्स उपलब्ध हैं। अधिकतर पर्यटक अगस्त्यमुनि या कुंड में रुकते हैं और वहां से ट्रेक करते हैं।