Hotel Room Clock Removal Explained by Experts: होटल में रुकने पर आपने भी ये नोटिस किया होगा कि ये कमरे में घड़ी या छोटा अलार्म तक नहीं रखते। ऐसा क्यों करते हैं, ये होटल वाले खुद बताते हैं।

ट्रिप पर ज्याॉदातर लोग होटल में रुकते हैं। टूरिस्ट प्लेस, तीर्थस्थल, बड़े शहरों में होटल बिजनेस अच्छा चलता है। आप जितने पैसे देते हैं, होटल में उतनी सुविधाएं मिलती हैं। होटल के कमरों में आजकल टीवी, साफ बिस्तर, टेलीफोन, पंखा, एसी वगैरह सब मिलता है। लेकिन होटल के कमरों में घड़ी नहीं होती। होटल में रुकने पर आपने भी ये नोटिस किया होगा। इतनी सुविधाएं देने वाले होटल्स के लिए एक छोटी सी घड़ी लगाना कोई बड़ी बात नहीं है। फिर भी होटल वाले कमरे में घड़ी या छोटा अलार्म तक नहीं रखते। ऐसा क्यों करते हैं, ये होटल वाले खुद बताते हैं।

घर से भी ज्यादा आराम

होटल वाले अपने मेहमानों को कुछ अलग अनुभव देना चाहते हैं। होटल में रुकना घर से अलग होना चाहिए। इसलिए घर की आम चीजें होटल में नहीं रखते। होटल में रुकने का मतलब आराम करना होता है। अगर कमरे में घड़ी होगी तो उसे देखकर आगे के काम याद आएंगे। आराम करने आए मेहमान टेंशन में आ जाएँगे।

इसलिए कमरे में घड़ी नहीं रखते

घड़ी देखते रहने से कब उठना है, कब निकलना है, मीटिंग कब है, बस कब है, ये सब सवाल मेहमानों को परेशान करते रहेंगे। आम तौर पर घड़ी देखने पर ऐसे सवाल मन में आते ही हैं। होटल वाले यही टेंशन दूर करना चाहते हैं, इसलिए कमरे में घड़ी नहीं रखते। इससे मेहमान जितना चाहें, आराम से रह सकते हैं।

रोजाना की जिंदगी से अलग

घड़ी न होने से मेहमान आराम से उठ सकते हैं। समय देखते रहने से ये नाश्ते का समय है, ये खाने का समय है, ऐसा लगता रहेगा और भूख भी लगती रहेगी। ऐसे में होटल में भी रोज जैसा ही दिन बीतेगा। घर और होटल में कोई फर्क नहीं रहेगा। घड़ी न होने पर मेहमान उठकर अपने हिसाब से दिन शुरू करते हैं और किसी टाइम टेबल की जरूरत नहीं होती। होटल में ज्यादा समय एन्जॉय करने के लिए ये तरीका मदद करता है।

होटल की कमाई बढ़े

घड़ी न रखने का एक मकसद होटल की कमाई भी है। सोते हुए घड़ी दिखने पर मुझे इतने बजे चेकआउट करना है, ये ख्याल आता है। इससे मेहमान समय पर होटल से निकल जाते हैं। घड़ी न होने पर मेहमान ज़्यादा सोते हैं, ज्यादा देर होटल में रुकते हैं। इससे होटल की कमाई बढ़ती है, ऐसा मार्केट एक्सपर्ट्स कहते हैं।

ये डिजिटल जमाना है, घड़ी किसलिए?

कुछ लोग कह सकते हैं कि ये डिजिटल जमाना है, होटल में घड़ी की क्या जरूरत। हाथ में मोबाइल है, उसमें समय देख लो, अलार्म लगा लो। लेकिन दीवार पर लगी घड़ी का अनुभव और उसे देखकर मन में आने वाले विचार बहुत अलग होते हैं। दीवार घड़ी घर जैसा एहसास देती है, ऐसा भी कहा जाता है।