Goa Heritage Temples: गोवा सिर्फ बीच ही नहीं बल्कि गोवा के सालों पुराने भव्य मंदिर भी मशहूर है। जानिए देवी महालसा, मंगेशी, ब्रह्मा और शांतादुर्गा मंदिरों के इतिहास, स्थापत्य और धार्मिक महत्व के बारे में जो गोवा ट्रिप को खास बनाते हैं।
फेस्टिवल्स के कुछ समय बाद बच्चों की विंटर वेकेशन शुरू हो जाएंगे। अगर आप अभी से घूमने की प्लानिंग बना लें, तो आपको ज्यादा सोचने की जरूरत नहीं पड़ेगी। वैसे तो लोग ठंड के मौसम में समुद्र तट के किनारे जाना पसंद करते हैं लेकिन इस बार आप कुछ खास प्लान बनाएं। अगर आप गोवा जाने का प्लान बना रहे हैं, तो सिर्फ बीच नहीं बल्कि गोवा के हेरिटेज टेंपल्स जाना बिल्कुल ना भूलें। आपने अक्सर गोवा के खूबसूरत बीच के बारे में सुना होगा लेकिन यहां दसवीं से चौदवी शताब्दी तक के मंदिर स्थित है। अगर अब तक आप गोवा के मंदिर नहीं गए हैं, तो जानिए कि कौन से गोवा के फेमस मंदिर घूमने जा सकते हैं।
ब्रह्मा मंदिर, कैरम्बोलिम
भारत में ब्रह्मा जी के मंदिर दुर्लभ मंदिरों में से माने जाते हैं। गोवा के कैरम्बोलिम 12वीं शताब्दी की त्रिमूर्ति काले पत्थर से बनाई गई है। बेसाल्ट पत्थर से बनी ब्रह्मा भगवान की मूर्ति के हाथों में प्रतीकात्मक वस्तुएं दिखती हैं। यहां की नक्काशी देखने लायक है। आप इस मंदिर पर जाकर शांति महसूस करेंगे और आसपास की सुंदरता आपका मन मोह लेगी।
महालसा नारायणी मंदिर, मर्दोल
मार्दोल कस्बे में स्थित देवी महालसा को समर्पित मंदिर 16वीं शताब्दी में पुर्तगाली शासन के दौरान बुरे दौर से गुजरा। यहां भक्तों ने मूर्ति को बचाकर मर्दोल में स्थापित कर दिया। मंदिर में स्थापिक मुर्ति विष्णु का एक स्त्री अवतार है, जिसे देवी महालसा के ना से पहचाना जाता है। यहां आपको ऊंचे लकड़ी के खंबे, चांदी से बना द्वार देखने को मिलेगा।
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मंगेशी मंदिर, प्रियोल
गोवा के इस मंदिर में मंगेश रूपी शिव की अराधना की जाती है। 16वीं शताब्दी में निर्मित इस मंदिर में विशाल दीपस्तंभ, अनेक गुंबदों बनी हैं, जो मंदिर को भव्य रूप देती है।साथ ही गोवा के ब्राह्मण समुदायों के कई त्योहारों में इस मंदिर में रौनक देखने को मिलती है।
शांतादुर्गा मंदिर, कावलेम
दुर्गा मां का एक अवतार देवी शांतादुर्गा जी मंदिर भी गोवा में फेमस है।कलंगुट में पुर्तगालियों द्वारा अत्याचार किए जाने के बाद इसे कावलेम (नानोरा) में स्थानांतरित कर दिया गया। यहां भगवान विष्णु और शिव की अराधना भी होती है।
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