Diwali 2025 travelling idea: दिवाली में यूपी के मंदिर अयोध्या, वाराणसी और वृंदावन आदि में भव्य रौनक होती है। सरयू तट के दीपोत्सव से लेकर काशी की आरती और वृंदावन के भजन कीर्तन तक। जानिए कहां और कैसे मनाई जाती है दिवाली।
जगमगाती गलियां और घाट, मन में आध्यात्मिकता का भाव और भगवान राम की जन्मभूमि में खास दिन का उत्सव। उत्तर प्रदेश के अयोध्या मंदिर में दिवाली के शुभ अवसर पर आतिशबाजी और मनोरम दृश्य मन को भव्यता से भर कर देता है। वैसे तो हर कोई दीवाली अपने घर पर ही मानता है लेकिन अगर आप यूपी के खास मंदिरों में दिवाली की रौनक देखने जाएंगे, तो जीवन भर की यादें संजो लेंगे। दीपावली के दिन यूपी के कुछ मंदिरों में भव्य आयोजन किया जाता है। आइए जानते हैं कि दीवाली में किन खास मंदिरों में जाया जा सकता है।
अयोध्या मंदिर में दिवाली का उठाएं लुफ्त
दिवाली के दिन अयोध्या दुल्हन की तरह सज जाती है। यहां पर राम की पौड़ी और सरयू तट में लाखों दीप जलाए जाते हैं। दिवाली का यह नजारा विश्वभर के पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। यहां पर आप दिवाली परिवार के साथ मना सकते हैं। अयोध्या मंदिर में आपको राम भगवान की रंग बिरंगी झांकियां, रामलीला के साथ अन्य मनोरम दृश्य भी देखने को मिलेंगे। लखनऊ के चौधरी चरण सिंह अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा से आप 150 किमी की दूरी बस या कार से तय कर अयोध्या मंदिर पहुंच सकते हैं। यहांआपको फ्री पास दिया जाएगा।
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काशी के घाटों पर जगमगाते हैं दीपक
दिवाली के दिन आप सिर्फ अयोध्या ही नहीं, वाराणसी के मंदिर भी जा सकते हैं। वाराणसी के तट पर भव्य आरती आपका मन मोह लेगी। दीपावली के बाद कार्तिक पूर्णिमा में वाराणसी में देव दिवाली का भव्य आयोजन किया जाता है। इस दिन लाखों दिये गंगा नदी के घाट के किनारे जलाए जाते हैं। आप चाहे तो दिवाली के बाद वाराणसी जाएं और अपने परिवार के साथ इस खास दिन का लुफ्त उठाएं।
गोवर्धन पूजा में मथुरा और वृंदावन में भव्य आयोजन
दिवाली की पूजा के बाद गोवर्धन पूजा भी की जाती है। आप गोवर्धन पूजा के दिन मथुरा और वृंदावन जा सकते हैं। यहां पर अन्नपूर्णा महोत्सव में कृष्ण भगवान की पूजा के दौरान विभिन्न प्रकार के व्यंजन अर्पित किए जाते हैं। स्वादिष्ट व्यंजन बाद में भक्तों को भी बांटा जाता है। वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर का भजन और कीर्तन आपका मन मोह लेगा। यहां का भक्तिमय वातावरण खूब पसंद किया जाता है।
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