सार

Top hill stations in Madhya Pradesh: मई की छुट्टियों में बच्चों के साथ घूमने का प्लान हैं? तो मध्य प्रदेश के 5हिल स्टेशनों को विजिट करें।

Summer Vacation Destinations: मई महीने के साथ कुछ दिनों बच्चों की छुट्टियां भी शुरू हो जाएंगी। बच्चों के साथ घूमने का प्लान है लेकिन गोवा, हिमाचल प्रदेश और शिमला नहीं जाना चाहते हैं तो क्यों ना कुछ अलग और लेस क्राउड प्लेस एक्सप्लोर किया जाए। दरअसल,आप मध्य प्रदेश जा सकते हैं। यहां, पर ऐसी कई हिल स्टेशन(Madhya Pradesh Hill Staions) हैं, जो खूबसूरत होने के साथ लेस क्राउड है। यहां पर ज्यादा पैसा खर्च भी नहीं होगा और फैमिली से 30-40 हजार में आराम से घूम लेंगे। तो चलिए जानते हैं मध्य प्रदेश के फेमस जगहों के बारे में।

1) पचमढ़ी हिल स्टेशन कैसे पहुंचे?

एमपी के फेमस हिल स्टेशन में पचमढ़ी का नाम जरूर लिया जाता है। यहां पर घने जंगल, प्रियदर्शनी वॉटरफॉल, बी फॉल्स देख सकते हैं। इसके अलावा यहां पर पांडव गुफा, जटाशंकर केव्स देख सकते हैं। साथ में सतपुड़ा नेशनल पार्क भी एक्सप्लोर करें। पचमढ़ी आने के लिए रेल, एयरपोर्ट और सड़क मार्ग तीनों की व्यवस्था है। पचमढ़ी का रेलवे स्टेशन पिपरिया है। जो 47 किलोमीटर है। फ्लाइट से आ रहे हैं तो भोपाल आना होगा। यहां से पचमढ़ी के लिए सीधे बस मिल डाएगी। सड़क मार्ग से भोपाल, होशंगाबाद और जबलपुर से अच्छी कनेक्टिविटी है।

2) मांडू (मांडव) हिलस्टेशन

मांडू एपमी के लेस एक्सप्लोर जगहों में से एक है। यहां पर आप कई पुराने ऐतिहासिक इमारतों को निहार सकते हैं। मांडू आ रहे हैं तो दिलावर खान मस्जिद, हिन्डोला महल, रूपमती महल,जहाज़ महल और रिवा कुंड जा सकते हैं। माडू जाने के लिए ट्रेन से आप रतलाम से सीधे ट्रेन मिल जाएगी। वहीं, फ्लाइट से आ रहे हैं तो इंदौर आ सकते हैं। यहां से बस और टैक्सी करें। जबकि इंदौर और धार से सड़क से आसानी से पहुँच सकते हैं।

3) अमरकंटक में घूमने की जगह

एमपी आ रहे हैं तो अमरकंटक जा सकते हैं। ये 1,067 मीटर समुद्र तल सी ऊंचाई पर स्थित है। वहीं आप यहां किसी भी मौसम में आ सकते हैं। घर खुद की गाड़ी से आ रहे हैं तो सड़क मार्ग से अनुपपुर, शहडोल और जबलपुर से आसानी से पहुंच सकते हैं। जबकि नजदीकी रेलवे स्टेशन पेंड्रा रोड है। वहीं, एयरपोर्ट जबलपुर है। जो 200 किलोमीटर दूर है। अमरकंटक में घूमने के लिए नर्मदा उद्गम मंदिर है। ये नर्मदा नदी की उत्पत्ति स्थल है। इसके अलावा कपिलधारा वॉटरफॉल्स का दीदार करें। ये जंगलों के बीचो-बीच स्थित है। इसके अलावा आप कबीर चबूतरा जाए। ये संत कबीर से जुड़ा हुआ है।

4) ओंकारेश्वर घूमने का सही समय

ओंकारेश्वर को मिनी वाराणसी भी कहा है। ये समुद्र तल से 1300 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यहां पर आप जून से अक्टूबर के बीच आ सकते हैं। ओंकारेश्वर रोड यहां का नजदीकी रेलवे स्टेशन है। जो 12 किलोमीटर दूरी पर है। वहीं, नजदीकी एयरपोर्ट 77 किलोमीटर पर इंदौर है। यदि सड़क मार्ग से आ रहे हैं तो इंदौर और खंडवा से सीधे ओंकारेश्वर के लिए टैक्सी-बस मिल जाएगी।

ओंकारेश्वर में घूमने की प्रमुख जगहें

ओंकारेश्वर मंदिर: 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। यहां पर 12 महीने भक्तों की भीड़ रहती है। वहीं, सिद्धनाथ मंदिर, केदारेश्वर मंदिर पुराने और पवित्र मंदिर है।