सार

Childs Performance in School: क्या आपका बच्चा स्कूल में अच्छा नहीं कर रहा? मानसिक चुनौतियां, प्रेरणा की कमी, या सामाजिक समस्याएं हो सकती हैं कारण। जानिए कैसे मदद करें!

Parenting Tips: माता-पिता चाहते हैं कि उनके बच्चे स्कूल में बेहतर प्रदर्शन करें और हमेशा अव्वल रहें। ऐसा करने के लिए माता-पिता अपने बच्चों की सभी ज़रूरतों को पूरा करते हैं। लेकिन कई बार ऐसा भी होता है कि हमारी तमाम कोशिशों के बावजूद भी हमारे बच्चे स्कूल में बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पाते। ऐसा होने पर माता-पिता अपने बच्चों पर ज़्यादा पढ़ाई करने का दबाव बनाने लगते हैं। जब माता-पिता ऐसा करते हैं तो बच्चों पर बोझ और भी बढ़ जाता है और नौबत यहां तक ​​आ जाती है कि वे खुद को पूरे दिन कमरे में बंद कर लेते हैं। कई बार ऐसा भी होता है कि जब आप उनसे बात करने की कोशिश करते हैं तो वे आपसे बात करना भी पसंद नहीं करते। आज का यह लेख उन माता-पिता के लिए बहुत काम आने वाला है जिन्होंने हरसंभव कोशिश कर ली है लेकिन उनके बच्चे स्कूल में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं। आइए जानते हैं कि आपकी तमाम कोशिशों के बावजूद भी आपके बच्चे स्कूल में अच्छा प्रदर्शन क्यों नहीं कर पा रहे हैं।

मानसिक चुनौतियों के कारण (Due to mental challenges)

अगर आपके बच्चे स्कूल में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं तो इसके पीछे एक कारण मानसिक चुनौतियां भी हो सकती हैं। डिप्रेशन, एंग्जायटी और बाइपोलर डिसऑर्डर जैसी मानसिक समस्याओं का बच्चे के दिमाग पर बहुत बुरा और गहरा असर हो सकता है। ऐसा होने पर आपके बच्चे न तो चीजों पर बेहतर तरीके से ध्यान केंद्रित कर पाते हैं और न ही चीजों को याद रख पाते हैं। कई बार इन मानसिक समस्याओं की वजह से आपके बच्चों का मूड अचानक बार-बार बदलने लगता है और साथ ही नई चीजें सीखने में उनकी रुचि भी खत्म हो जाती है।

चीजों को सीखने में दिक्कत या एडीएचडी (Difficulty in learning things or ADHD)

एडीएचडी की वजह से आपके बच्चों को चीजों को समझने, ध्यान लगाने या किसी दिए गए काम को पूरा करने में भी दिक्कत आ सकती है। ऐसा होने पर बच्चे चिड़चिड़े महसूस करते हैं और उनमें खुद पर से भी आत्मविश्वास कम हो जाता है। अगर आपको समय रहते इस समस्या का पता चल जाए और आप इसके लिए कुछ ठोस कदम उठाएं तो इस समस्या का समाधान हो सकता है। अगर आपको लगता है कि ऐसा करने से उन्हें फायदा होगा तो आप अपने बच्चे को थेरेपी के लिए ले जा सकते हैं।

प्रेरणा की कमी (Lack of motivation)

अक्सर बच्चे पढ़ाई में तब रुचि खो देते हैं जब उन्हें इसमें कोई फायदा नहीं दिखता या जब वे अपने शिक्षकों और दोस्तों के साथ जुड़ाव महसूस नहीं कर पाते। जब बच्चों के साथ ऐसा होता है तो उनका पढ़ाई में मन नहीं लगता और वे बेहतर करने की कोशिश भी नहीं करते।

सामाजिक या भावनात्मक समस्याएं (Social or emotional problems)

कई बार ऐसा भी होता है कि आपके बच्चे स्कूल में तंग किए जाते हैं या अपने दोस्तों की वजह से, रिश्तों में परेशानियों की वजह से या फिर परिवार में चल रही परेशानियों की वजह से भी वे तनाव में आ जाते हैं और इसका उन पर बहुत बुरा असर पड़ता है। भावनात्मक आघात की वजह से भी आपके बच्चे स्कूल में ध्यान केंद्रित नहीं कर पाते हैं।