सार
Why intimacy fades in marriage: शादी के बाद हमें लगता है कि ताउम्र हम एक दूसरे के साथ रोमांटिक रहेंगे। लेकिन जैसे-जैसे वक्त गुजरता है, रिश्ते में दूरी आने लगती है। यह बोझिल सा लगने लगता है। आइए जानते हैं इसके पीछे की वजह।
Why intimacy fades in marriage: ताउम्र तेरे बाहों में गुजारेंगे..जीएंगे मरेंगे तेरे संग..जैसी लाइनें अक्सर हम जब प्यार में होते हैं तो बोलते हैं। शादी के कुछ महीनों तक तो हनीमून ही मनाते रहते हैं, लेकिन धीरे-धीरे प्यार, नजदीकियां यहां तक की हंसी-मजाक भी कम होने लगती हैं। पार्टनर्स एक-दूसरे से दूर महसूस करने लगते हैं। रिलेशनशिप एक्सपर्ट और मैरिज काउंसलर रूथ एसुमेह ने इसके पीछे की वजह बनाई है जिसे हर कपल को जानना चाहिए।
रिलेशनशिप एक्सपर्ट रूथ एसुमेह के अनुसार, कपल्स अचानक दूर नहीं होते। यह दूरी धीरे-धीरे आती है, छोटी-छोटी बातों से शुरू होकर रिश्ते को ठंडा कर देती है। 6 कारणों के कारण रिश्ते में दूरी आ जाती है।
1. जब रिश्ते में आ जाए कॉम्प्लेसेंसी
शुरुआत में पार्टनर्स एक-दूसरे को देख खुश होते हैं, तारीफ करते हैं, पर धीरे-धीरे यह सब कम हो जाता है। पार्टनर को 'फॉर ग्रांटेड' लेना रिश्ते की सबसे बड़ी गलती है। जब आप एक-दूसरे को नोटिस करना छोड़ देते हैं, तब प्यार की मिठास भी धीरे-धीरे खत्म हो जाती है।
2. इम्प्रेस करने की चाहत खत्म हो जाती है
डेटिंग फेज में पार्टनर एक-दूसरे को खुश करने की हर मुमकिन कोशिश करते हैं। पर जैसे ही रिश्ता स्थिर हो जाता है, ये कोशिशें भी थम जाती हैं। कंफर्टेबल होना गलत नहीं, पर एक-दूसरे को पसंद करने और सराहने की चाहत हमेशा बनी रहनी चाहिए।
3. पूरा ध्यान बच्चों पर चला जाता है
शादी के बाद कई कपल्स अपने रिश्ते की परेशानियों को अनदेखा कर सारा फोकस बच्चों पर करने लगते हैं। बच्चे जरूरी है, लेकिन पति-पत्नी का रिश्ता भी बराबर अहमियत रखता है। बच्चों को खुश रखने के लिए आपका रिश्ता भी मजबूत होना चाहिए।
4. बातें और हंसी दोनों कम हो जाती हैं
रोज़मर्रा की ज़िंदगी में बातचीत और हंसी-मज़ाक खोने लगते हैं। रिश्ते को फ्रेश बनाए रखने के लिए दिलचस्प बातें और एक-दूसरे को हंसाना रिझाना बहुत जरूरी है।
5. मुश्किल बातों से बचना
अक्सर कपल्स मुश्किल बातों पर बात करने से कतराते हैं। समस्याओं को नजरअंदाज करने से मन में खटास पैदा होती है। खुलकर बातचीत करने से रिश्ते और गहरे होते हैं।
6. प्रोफेशनल मदद न लेना
थेरेपी या काउंसलिंग को आज भी कई लोग शर्म की बात समझते हैं। जबकि प्रोफेशनल मदद रिश्ते को संभालने में बहुत अहम भूमिका निभा सकती है। मदद लेने से रिश्ते टूटने से बच सकते हैं।