सार

Gentle Parenting Benefits and Disadvantages: जेंटल पैरेंटिंग में बच्चों को प्यार, समझ और सहानुभूति से अनुशासित किया जाता है। इससे बच्चों का आत्मविश्वास बढ़ता है और माता-पिता के साथ बेहतर रिश्ता बनता है, लेकिन धैर्य की आवश्यकता होती है।

Gentle Parenting Techniques: बच्चों की परवरिश में कई पैरेंटिंग स्टाइल होते हैं, लेकिन हाल ही में जेंटल पैरेंटिंग (Gentle Parenting) काफी लोकप्रिय हो रही है। यह एक ऐसी परवरिश की शैली है, जिसमें डर, सजा या गुस्से की बजाय प्यार, समझदारी और सहानुभूति पर जोर दिया जाता है। जेंटल पैरेंटिंग का मतलब बच्चों को अनुशासन में रखना जरूर है, लेकिन बिना चिल्लाए, डांटे या डराए। इसमें बच्चों की भावनाओं को समझते हुए उनकी सोच और समझ को डेवलप करने पर ध्यान दिया जाता है।

जेंटल पैरेंटिंग के फायदे

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1. बच्चे अधिक आत्मविश्वासी बनते हैं

जब माता-पिता प्यार और धैर्य से बच्चों को समझाते हैं, तो बच्चे अपनी भावनाओं को बेहतर तरीके से व्यक्त करना सीखतेहैं। इससे उनका सेल्फ-कॉन्फिडेंस बढ़ता है और वे दूसरों से अपनी बात कहने में हिचकिचाते नहीं।

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2. बच्चों में अच्छे वैल्यू और संवेदनशीलता आती है

जेंटल पैरेंटिंग से बच्चे दूसरों की भावनाओं को समझना सीखते हैं। जब उन्हें प्यार और सम्मान मिलता है, तो वे भी दूसरों के साथ वैसा ही व्यवहार करते हैं।

3. माता-पिता और बच्चों के बीच बेहतर बॉन्डिंग होती है

डराने-धमकाने की बजाय, जब आप बच्चों के साथ प्यार से बात करते हैं, तो वे आपसे अपनी भावनाएं और परेशानियां खुलकर शेयर करते हैं। इससे आपके रिश्ते मजबूत होते हैं और वे बड़े होने पर भी आपसे जुड़े रहते हैं।

4. तनाव और गुस्से की कमी रहती है

डांट-डपट और सजा से बच्चों में डर और आक्रोश पनपता है, लेकिन जेंटल पैरेंटिंग से वे शांत, धैर्यवान और समझदार बनते हैं। इससे घर में भी तनाव कम रहता है।

5. बच्चा खुद से सही-गलत का फैसला करना सीखता है

अगर बच्चे को सजा के डर से नहीं, बल्कि समझदारी से सही-गलत का एहसास कराया जाए, तो वे खुद से निर्णय लेना और अपनी गलतियों से सीखना सीख जाते हैं।

जेंटल पैरेंटिंग के नुकसान

1. बच्चे अनुशासनहीन हो सकते हैं

अगर बच्चों को जरूरत से ज्यादा छूट दी जाए और उन्हें कोई सीमाएं न बताई जाएं, तो वे अनुशासनहीन हो सकते हैं। इसलिए प्यार के साथ-साथ उन्हें सीमाएं भी समझानी जरूरी है।

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2. माता-पिता को बहुत धैर्य रखना पड़ता है

जेंटल पैरेंटिंग में खुद के गुस्से को कंट्रोल करना जरूरी होता है। कभी-कभी माता-पिता के लिए हर परिस्थिति में शांत और समझदार बने रहना मुश्किल हो सकता है।

3. तुरंत असर नहीं दिखता

डांटने या सजा देने से बच्चे तुरंत डरकर कुछ करना बंद कर सकते हैं, लेकिन जेंटल पैरेंटिंग में परिणाम धीरे-धीरे दिखते हैं। इसलिए माता-पिता को धैर्य रखना पड़ता है।

4. सामाजिक दबाव झेलना पड़ सकता है

अगर परिवार या समाज में पारंपरिक तरीके से परवरिश की जाती है, तो जेंटल पैरेंटिंग अपनाने वाले माता-पिता को कई बार दूसरों की आलोचना झेलनी पड़ सकती है।