यहां पर दुल्हन को दूल्हे के दोस्त कर लेते हैं अगवा,फिर करते हैं ये काम
Wedding Traditions: हर देश, हर संस्कृति में शादी करने की अलग-अलग परंपराएं हैं। कई शादी संस्कारों में कुछ ऐसे परंपराएं हैं जो हमें चौंका सकती हैं। पूर्व यूरोप के कई देशों में दुल्हन को अगवा करने की रस्म निभाई जाती है। आइए जानते हैं इसके बारे में।
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भारत में शादी के दौरान दूल्हे के जूता चुराने की रस्म निभाई जाती है। लेकिन कुछ ऐसे देश है जहां पर दुल्हन को ही चुरा लिया जाता है। उन्हें चुराने वाले कोई बाहरी नहीं बल्कि दूल्हे के दोस्त ही होते हैं। रोम, चेक गणराज्य, स्लोवाकिया और कुछ अन्य मध्य यूरोपीय देशों में शादी के दौरान यह रस्म निभाई जाती है।
शादी के ठीक पहले दूल्हे के दोस्त दुल्हन को अगवा कर लेते हैं। बदले में फिरौती मांगते हैं। हालांकि, यह अगवा करने की प्रक्रिया मजाक के रूप में होती है और इसमें कोई भी वास्तविक खतरा या गंभीरता नहीं होती। यह पूरे परिवार और मेहमानों के लिए एक मनोरंजन का हिस्सा बन जाता है।
अगवा करने वाले दुल्हन के बदले दूल्हे से पैसे नहीं बल्कि शराब की बोतले मांगते हैं। इसके अलावा गाना, डांस करने की डिमांड करते हैं। कुछ मजेदार चुनौतियां देते हैं। जिसे दूल्हे को करना होता है। इससे यह तय होता कि दूल्हा अपने दुल्हन को कितना प्यार करता है और उसके लिए कुछ भी कर सकता है।
इस परंपरा की शुरुआत का कारण कई तरह के हैं, लेकिन एक सामान्य मान्यता के अनुसार, यह रिवाज शादी के दिन दुल्हन को एक सुखमय और मजेदार अनुभव देने के लिए है। इसे दुल्हन का अपहरण कहा जाता है, और यह परंपरा शादी के उत्सव को और भी रोचक और रोमांचक बनाने के लिए जोड़ी जाती है।
इस परंपरा में दुल्हन को अपनी नई ज़िंदगी की ओर कदम बढ़ाने से पहले थोड़ी जिज्ञासा और रोमांच का अनुभव होता है। यह पारंपरिक रूप से यह मान्यता भी है कि जब दुल्हन को अगवा किया जाता है, तो यह उसे उसकी शादी के लिए तैयार करता है और उसे अपने नए जीवन की ओर एक मजेदार रास्ते पर ले जाता है।
यह रिवाज मूल रूप से एक मजाक के रूप में होता है, लेकिन इसका सांस्कृतिक महत्व भी है। यह रिवाज परिवारों और दोस्तों को जोड़ने का एक तरीका है, जिससे सभी लोग शादी के दिन एक साथ आनंदित होते हैं। यह शादी की गंभीरता को हल्का करने और रिश्ते को मजेदार बनाने में मदद करता है।