सार

रुबीना दिलैक बच्चों को प्रकृति से जुड़ा वातावरण, सादा जीवन और सही पोषण देकर बेस्ट मॉम के तौर पर उभरती हैं। जानें उनके फैसले और पैरेंटिंग टिप्स।

रिलेशनशिप डेस्क: एक्ट्रेस रुबीना दिलैक एक नहीं बल्कि कई बार यह साबित कर चुकी है कि वह अपने बच्चों के लिए बेस्ट मॉम की तरह डिसीजन लेती हैं। चाहे बच्चों को सादगी और प्राकृतिक खूबसूरती से भरे वातावरण देने की बात हो या फिर खानपान की, रुबीना दिलैक हर बार बात का खूब ख्याल रखती हैं। आइए जानते हैं रुबीना दिलैक को कौन-सी बातें बेस्ट मॉम का दर्जा देती हैं। 

मुंबई नहीं हिमाचल में पाल रही बच्चियों को

रुबीना दिलक अपने पॉडकास्ट में बता चुकी हैं वो अपनी दोनों बच्चियों को मुंबई नहीं बल्कि हिमाचल प्रदेश में पालेंगी। रुबीना बच्चों को साफ-सुथरा और प्रकृति से जुड़ा वातावरण देना चाहती थीं। इसी कारण से उन्हें हिमाचल में रखने का फैसला किया। रुबीना बताती हैं कि मैं बच्चों को अच्छा वातावरण, अच्छी शिक्षा और अच्छा पोषण देना चाहती हूं।उन्हें लग्जरी देकर बिगाड़ने का इरादा बिल्कुल नहीं है। 

फोन-टैब से रखती हैं कोसो दूर

आजकल जहां 2 से तीन महीने के बच्चों की पहुंच फोन तक हो चुकी है वहीं रुबीना इसके खिलाफ हैं। रुबीना ने बताया कि जब तक संभव होगा वो तब तक बच्चों को फोन और टैब से दूर रखेंगी। आपको बताते चले कि फोन या टैब का अधिक इस्तेमाल न सिर्फ आंखें खराब करता है बल्कि बच्चों का मानसिक विकास भी प्रभावित होता है।

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नहीं दिया है अब तक नमक-शक्कर

शरीर में कई बीमारियां नमक और शक्कर की अधिकता के कारण होती हैं। कम उम्र के बच्चों को नमक-शक्कर नहीं देना चाहिए। रुबीना बताती हैं कि वो बच्चों को बाहर का खाना जैसे चिप्स, कैंडी आदि नहीं देती हैं। रुबीना के घर में भी कम नमक और शक्कर वाला खाना बनता है। रुबीना मानती हैं कि सादा खाना अच्छे खाने के लिए बहुत जरूरी है। 

बच्चों के लिए पूरा टाइम देना

बच्चों के जन्म के बाद से रुबीना दिलैक अपना पूरा समय बच्चों की परवरिश में दे रही हैं। रुबीना ने अपने करियर पर ब्रेक लगाकर बच्चों को प्राथमिकता दी। ये बात साबित करता है कि बच्चों की जिम्मेदारी निभाने के मामले में रुबीना बेस्ट मॉम साबित हुई हैं। 

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